नंदग्राम थाना क्षेत्र के नूरनगर सिहानी स्थित पंजाब नेशनल बैंक में दो अप्रैल को हथियारों के बल पर हुई 11.83 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह के सरगना समेत दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी है। पकड़े गए बदमाशों से पुलिस ने लूटी गई रकम के 8 लाख रुपए, पिस्टल, तमंचा, बाइक बरामद हुई हैं। शासन ने पुलिस टीम को एक लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है। मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार सिंह और कार्यवाहक एसएसपी मुनीराज जी. ने बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में इस गुडवर्क का खुलासा किया। पकड़े गए आरोपी रोबिन सिवाच, हिमांशु उर्फ मोनी, राजा उर्फ यश त्यागी, पवन, मनीष त्यागी और गौरव उर्फ डैनी हैं।
बैंक लूट की घटना के बाद पर्दाफाश करने के लिए आइजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार व कार्यवाहक एसएसपी मुनिराज जी ने क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, नंदग्राम थाना प्रभारी अमित काकरान व एसपी सिटी की एसओजी टीम के प्रभारी मोहित कुमार के नेतृत्व टीमों का गठन किया गया था।

सूचना के आधार पर बुधवार सुबह तीनों टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नंदीपार्क के आसपास बाइक सवार बदमाशों की घेराबंदी कर जब संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया। तो बदमाशों पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भाग निकले। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश घायल हो गए जिनकी पहचान नंदग्राम निवासी रोबिन शिवाच व हिमांशु उर्फ मोनी के रूप में हुई। रोबिन गिरोह का सरगना है। बदमाशों से पूछताछ के आधार पर गिरोह के अन्य बदमाशों नंदग्राम निवासी राजा उर्फ यश त्यागी, पवन, मनीष त्यागी और गौरव उर्फ डैनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि इनका साथी सोनीपत हरियाणा निवासी रोहन अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।
जानिए कैसे की लूट
पूछताछ में रोबिन ने बताया कि उसके मामा का अकाउंट PNB नूरनगर शाखा में है। इसलिए वह अक्सर बैंक आता-जाता रहता था। वहां उसने देखा कि बैंक में न तो कोई सुरक्षा रहती है और न ही ग्राहकों की भीड़। इस गैंग को अय्याशी के लिए रुपयों की जरूरत थी। चर्चा हुई तो रोबिन ने उन्हें बैंक लूट का प्लान बताया। पवन, मनीष और गौरव बाहर खड़े रहे, जबकि बाकी तीन बदमाश बैंक के अंदर गए और लूटपाट करके बाहर आए। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि सभी बदमाश स्थानीय हैं और इलाके की गली-गली से वाकिफ थे। बैंक में सुरक्षा में जो लापरवाही बरती गई है, उसके संबंध में रिपोर्ट बनाकर आरबीआई को भेजी जा रही है।