गाजियाबाद : किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प, कई घायल

Share

गाजियाबाद :- मुआवजे की मांग को लेकर मंडोला सहित 06 गांवों के किसानों ने आवास एवं विकास परिषद के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और किसानों की तीखी नाेकझोक और हाथापाई हुई । पुलिस की लाठी से किसान नेता समेत 04 लोग घायल हो गए। एसपी देहात डॉ. इरज राजा मौके पर पहुंचे और किसानो को समझाने का प्रयास किया । किसानों ने आरोप लगाया कि उनके शातिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान ट्रोनिका सिटी इंस्पेक्टर रविन्द्र चंद पंत ने डंडे चलाए।

मंडौला के किसान मंगलवार को आवास एवं विकास परिषद के गेट पर पहुंच गए। किसान मेन गेट से अंदर आकर ऑफिस पर ताला लगाकर अपना विरोध प्रकट करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने मेन गेट पर किसानों को रोक दिया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक और हाथापाई भी हुई। किसानों का आरोप है कि इंस्पेक्टर ट्रॉनिका सिटी व उनके साथ पुलिसकर्मियों ने डंडें फटकारने शुरू कर दिए जिससे किसान नेता महेन्द्र सिंह त्यागी लूहलूहान हो गए। इसके साथ ही 02 महिलाओं समेत 03 अन्य किसान घायल हो गए। किसानों और पुलिस की धक्कामुक्की से मेन गेट खुल गया और किसान आवास विकास के कार्यालय में धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

एसपी देहात डॉ. इरज राजा ने पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार के बल प्रयोग करने की बात से साफ इंकार किया है। उन्होंने बताया कि किसानों के बीच से ही पुलिस पर हमला किया गया, जिसमें 01 सब इंसपेक्टर और 01 पुलिसकर्मी को चोटें आई है। पुलिस वीडियो क्लिप देखकर कठोर कार्रवाई करेगी । एसडीएम लोनी ने बताया कि प्रशासन ने सोमवार को किसान नेताओं से वार्ता कर परिसर में जाने की मनाही की थी, लेकिन किसान नहीं माने। किसानों को चोट लगने के मामले की जांच की जा रही है।

किसान नेता नीरज त्यागी का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने घायल किसानों के लिए एंबुलेंस तक नहीं मंगवाई। अब किसान आवास विकास कार्यालय में ही डेरा डालेंगे और खाना बनाएंगे।