यशपाल आर्य ने बेटे संग की कांग्रेस में वापसी

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देहरादून: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपने सुरक्षित राजनीतिक सफर के लिए एक-दूसरे दल में नेताओं के शामिल होने का सिलसिला तेज हो गया है। इसी क्रम में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य अपने बेटे संजीव आर्य के संग आज नई दिल्ली में भाजपा को छोड़कर दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए। इसे भाजपा के लिए सियासी तौर पर झटका के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भाजपा राष्ट्र प्रथम ध्येय के साथ काम करती है, व्यक्तिगत हित को जगह नहीं मिलती है। मुझे लगता है यहां व्यक्ति हित के चलते पार्टी को छोड़ा गया है।

सोमवार को नई दिल्ली में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की उपस्थिति में यशपाल और संजीव आर्य ने एक पत्रकार सम्मेलन में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। इन दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता ली है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत,नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी मौजूद रहे।

भाजपा छोड़ कांग्रेस में दोबारा शामिल हुए कैबिनेट मंत्री यशपाल और उनके बेटे संजीव आर्य

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यशपाल आर्य के कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कहा कि भाजपा में देश सबसे पहले फिर संगठन और व्यक्ति अंत में आता है। जाने वाले को कोई कहां तक रोक नहीं सकता है। हो सकता है आर्य के व्यक्तिगत हित आड़े आए होंगे और शायद इसलिए उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की है। सरकार में परिवहन विभाग की अहम जिम्मेदारी के साथ भाजपा में सम्मान दिया गया था।