गाजियाबाद। यूपी गेट पर नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर लगभग 11 माह पूर्व यूपी गेट लगाई गई बैरिकेडिंग को हटाए हुए 24 घंटे से ज्यादा का समय
हो गया। लेकिन अभी तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य नहीं हो पाया है। जिसका कारण किसानों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाए गए टेंट और मंच लगा होना बताया गया है।
हालांकि इस दौरान इक्का-दुक्का वाहन जरूर यह से गुजर रहे हैं। अब देखना होगा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात कब सामान्य होगा और दिल्ली व उत्तर प्रदेश आने जाने वालों को कब राहत मिलती है।
शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे ब्लॉक और बेरिकेट हटाने का काम शुरू करने से दिल्ली और यूपी आने जाने वाले को ट्रफिक सामान्य होने की उमीद थी। लेकिन लगभग 24 घण्टे गुजर जाने के बाद भी यातायात सामान्य नही हो पाया है।
इस बीच यूपी गेट पर पहुचे किसान नेता और जगतार सिंह बाजवा और सीपी सिंह ने बार्डर पर पहुचे। मीडिया से बातचित करते हुए जगतार सिंह बाजवा कहा कि किसानों ने सड़क को नही रोका बल्कि दिल्ली पुलिस ने सड़क को रोक हुआ है। उन्होंने कहा कि किसान भी दिल्ली जाकर सरकार ने अपनी बात कहना चाहते है। लेकिन पुलिस ने किसानों के दिल्ली जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए है। जिससे आम लोगो को भी परेशनी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया की फिलहाल पुलिस ने आंशिक तौर पर रास्ते खोले है। जिसके बाद एकबार फिर किसानों को सरकार से अपनी बात कहने के लिए दिल्ली जाने की उम्मीद बंधी है। लेकिन इस सम्बंध में सयुक्त किसान मोर्चा आगे की रणनीति बनाएगा उसी के अनुसार आंदोलन को आगे ले जाया जाएगा। वही दिल्ली पुलिस द्वारा ब्लॉक्स और बेरिकेट हटाने के बाद साफ सफाई का काम शुरू किया गया है।
बता दे की शुक्रवार के दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने भी बॉर्डर का दौरा कर किसानो के साथ वार्ता कर यातायात के सामान्य करने की बात कही थी।