अर्जुन अवार्ड से सम्मानित होने वाले देश के पहले IAS अधिकारी बने सुहास एलवाई

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गौतमबुद्ध नगर । इस बार टोक्यो ओलिंपिक हो या पैरालिंपिक भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। टोक्यो पैरालिंपिक में मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाले सुहास एलवाई  का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुना गया है। आईएएस सुहास एलवाई नोएडा के जिलाधिकारी भी हैं। सुहास एलवाई पहले ऐसे आईएएस अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।

टोक्यो ओलिंपिक 2021 में भारत की ओर से जैवलिन में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा के साथ कुल 11 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए नामित किया गया है। इतना ही नहीं, 35 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने के लिए चुना गया है। टोक्यो पैरालिंपिक में सुहास एलवाई ने बैडमिंटन मुकाबले में सिल्वर मेडल जीता था।

सुहास एलवाई मूलरूप से कर्नाटक के शिमोगा में जन्मे हैं। पैर पूरी तरह से फिट ना होने के बावजूद उन्होंने खेल को लेकर अपनी दिलचस्पी बरकरार रखी। सुहास एलवाई ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव से की। फिर सुरतकर शहर में सुहास एलवाई ने नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कम्प्यूटर साइंस में इंजिनियरिंग की। साल 2005 में सुहास एलवाई के पिता का निधन हो गया। यूपीएससी की तैयारी में जुटे सुहास एलवाई 2007 में यूपी कैडर से आईएएस अफसर बन गए।