क्या है 36 द्वीपों का समूह?

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भारत के मालदीव के तौर पर विख्यात लक्षद्वीप एक द्वीपसमूह है जिसमें 36 द्वीप यानी आइलैंड हैं। लक्षद्वीप को अपने सुंदर, मनोहारी और सूरज को चूमते हुए समुद्री तटों और हरे भरे प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है। लेकिन इन दिनों देश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक लक्षद्वीप के समंदर में सियासी ज्वार आया हुआ।
लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल द्वारा मसौदा नियमों के रूप में पेश किए गए प्रशासनिक उपायों के खिलाफ लक्षद्वीप द्वीपसमूह में विरोध बढ़ रहा है। इसने यहां के साथ-साथ देश की राजनीति में भी उबाल ला दिया है। यह बवाल है यहां विकास के एजेंडे को लेकर लाए जा रहे सुधार कानूनों को दमनात्मक बताया जा रहा है।
हालांकि, प्रशासन इसे विकास से जोड़ते हुए प्राकृतिक संरक्षण का हवाला देते हुए सुधारवादी बताया है। लेकिन पक्ष और विपक्ष यानी भाजपा, कांग्रेस और एनसीपी आदि दलों के राजनेता भी इन नियमों और आदेशों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।पूर्व में गुजरात के गृह राज्य मंत्री रहे एवं वर्तमान में लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल द्वारा पेश मसौदे में ये प्रमुख नियम हैं …

  • लक्षद्वीप विकास प्राधिकरण विनियमन 2021 (LDAR) का मसौदा पेश किया, जो प्रशासक को विकास के उद्देश्य से किसी भी संपत्ति को जब्त करने और उसके मालिकों को स्थानांतरित करने या हटाने की अनुमति देता है।
  • असामाजिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए प्रिवेंशन ऑफ एंटी-सोशल एक्टीविटीज (PASA) एक्ट भी पेश किया है, जो किसी व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी का खुलासा किए बिना सरकार द्वारा एक साल तक हिरासत में रखने की अनुमति देता है।
  • इसके अलावा, मसौदा पंचायत चुनाव अधिसूचना भी है जो किसी ऐसे व्यक्ति को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकती है जिसके दो से अधिक बच्चे हैं।
  • लक्षद्वीप पशु संरक्षण विनियमन भी है जो स्कूलों में मांसाहारी भोजन परोसने पर प्रतिबंध के साथ-साथ गोमांस की बिक्री, खरीद या खपत पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है।
  • साथ ही प्रशासक की ओर से प्रस्तावित नए मसौदा कानून के तहत लक्षद्वीप में शराब के सेवन पर रोक हटाई गई है।
  • पक्ष और विपक्ष यानी लक्षद्वीप से एनसीपी सांसद समेत भाजपा और कांग्रेस के आदि दलों के राजनेता भी इन नियमों और आदेशों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। प्रशासक द्वारा क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान नष्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
  • द्वीपसमूह की 60,000 से अधिक आबादी के साथ अच्छी तरह से नीचे नहीं गया है, जिनमें से 90% मुस्लिम हैं और लगभग 95% अनुसूचित जनजाति के रूप में वर्गीकृत हैं।
  • इसके अतिरिक्त, कोविड -19 महामारी के मद्देनजर द्वीपों में किसी भी आगंतुक के लिए 14 दिनों के अनिवार्य संगरोध को हटाने के परिणामस्वरूप कोरोना के 6,800 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि क्षेत्र पिछले साल काफी हद तक कोविड-मुक्त था।
  • राजनेताओं का यह भी आरोप है कि यह सब, नए दमनकारी कानून एक ऐसे क्षेत्र में लागू किए जा रहे हैं, जहां 2019 तक हत्या और बलात्कार के मामले लगभग शून्य थे। हालांकि, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, महिलाओं पर हमले के पांच मामले थे।
  • केरल के तटीय शहर कोच्चि से करीब 220 से 440 किमी दूर, पन्ना अरब सागर में स्थित लक्षद्वीप एक जिला संघ राज्य क्षेत्र है और इसमें 12 एटोल, तीन रीफ, पांच जलमग्न बैंक और 10 बसे हुए द्वीप यानी आइलैंड हैं।
  •  यह सभी द्वीप 32 वर्ग किलोमीटर समुद्री क्षेत्र में फैले हुए हैं। लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती है और यह यहां का प्रमुख शहर भी है। यह भारत की सबसे शांतिपूर्ण जगह मानी जाती है।
  • लक्षद्वीप समूह के सभी द्वीप प्राकृतिक परिदृश्य, रेतीले समुद्र तट, वनस्पतियों और जीवों की बहुतायत और एक आरामदायक जीवन शैली के साथ लक्षद्वीप की शोभा और आकर्षण को बढ़ाती है।
  • हालांकि, लक्षद्वीप में प्रवेश सीमित है। यहां जाने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन से यात्रा के लिए परमिट यानी पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता होती है।
  • कोच्चि से संचालित जहाजों और उड़ानों द्वारा लक्षद्वीप तक पहुंचा जा सकता है। सभी पर्यटकों के लिए कोच्चि ही लक्षद्वीप का गेट-वे है।
  • लक्षद्वीप समूह में 36 द्वीप हैं और यहां का कुल क्षेत्रफल 32.69 वर्ग किलोमीटर है।
  • लक्षद्वीप की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 64,473 है।
  • लक्षद्वीप की साक्षरता दर 91.82% है।
  • प्रशासनिक आधार पर लक्षद्वीप को एक जिला माना जाता है।
  • लक्षद्वीप में पहले चार तहसील थी, लेकिन अब 10 राजस्व उपखंड यानी रेवेन्यू सब डिवीजन बनाए गए हैं।
  • लक्षद्वीप में निवास योग्य 10 द्वीप ग्राम पंचायत हैं।