इंग्लैंड के बल्लेबाज का विकेटकीपर दावा, कहा- पिछले दो टेस्ट मेरे करियर के सबसे मुश्किल मैच थे

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अहमदाबाद। इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फोक्स ने कहा कि स्पिनरों की मददगार चेपक और गुलाबी गेंद से नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पर खेले गए पिछले दो टेस्ट मैच उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के सबसे मुश्किल मुकाबले रहे।

रोटेशन पॉलिसी के कारण जोस बटलर की जगह टीम में शामिल हुए फोक्स ने कहा, “मैंने जितनी विकेटकीपिंग की है, पिछले दो मैच मेरे लिए सबसे मुश्किल रहे हैं। पिछले मैच में गुलाबी गेंद स्किड कर रही थी, मैंने पहले ऐसी पिच नहीं देखी है और इस पर कीपिंग करना काफी चुनौतीपूर्ण था।”

फोक्स ने कहा कि उन्होंने इससे पहले क्रिकेट गेंद को इतना टर्न मिलते हुए पहले कभी नहीं देखा है। उन्होंने कहा, “मैं अभी जिन दो पिचों पर खेला हूं, मैंने इससे पहले गेंद को इतना टर्न लेते हुए कभी नहीं देखा है। यह निश्चित रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण है। पहले ही दिन पिच का बर्ताव पांचवें दिन के जैसा था।”

दुनिया के अच्छे विकेटकीपरों में शामिल फोक्स के लिए पिछले दो मैच सीखने के नजरिये से बेहतरीन थे। उन्होंने कहा, “जब गेंद को टर्न मिलता है तो विकेटकीपिंग करना काफी रोचक होता है और श्रीलंका में यह आसान था क्योंकि वहां गेंद नियमित तरीके से स्पिन होती थी। गुलाबी गेंद से टेस्ट में मैंने देखा कि गेंद ज्यादा घूम रही है और पिच से स्किड कर आ रही है।”

उन्होंने कहा कि ऐसी पिचों पर कोई भी विकेटकीपर सभी कैचों को नहीं पकड़ सकता। पिछले टेस्ट को देखते हुए तो फोक्स ने कहा कि टीम को यह बात मानने की जरूरत है कि पिच का व्यवहार एक निश्चित तरीके से होगा, लेकिन उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा। फोक्स ने कहा, “जो चल रहा है उसे समझ कर हम बेहतर तरीके से उससे बाहर निकलेंगे। हमें जूझारूपन दिखाकर रन बनाने होंगे। हमें अपनी खेल योजना को समझना होगा, जो सबके लिए अलग होगा। अगर आप आउट भी होते हैं तो कुछ कोशिश करते हुए आउट होना है।”