गाजियाबाद:- किसान विरोध के चलते अब भाजपा ने इस समस्या का सार्थक समाधान निकालने का प्रयास किया है। जिसके अंतर्गत केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपने हितों के लिए केंद्र सरकार को निशाना बना रहा है। उन्होंने बताया कि इस सारी समस्या की जड़ विपक्ष की नियत है जो कि किसानों के हितों की रक्षा से ज्यादा अपने हितों की रक्षा को अहमियत दे रहे हैं।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रिटायर जनरल वीके सिंह ने कहा कि विपक्ष किसानों को गुमराह करने का काम कर रहा है क्योंकि विपक्ष नहीं चाहता कि बिचौलियों का खेल खत्म हो और अन्नदाता को उसकी मेहनत का वाजिब दाम मिल सके। दरअसल विपक्ष किसानों की नहीं बल्कि बिचौलियों के हितों की रक्षा कर रहा है। जिसके लिए वह किसानों को गुमराह कर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष की नीति और नियत दोनों ही गलत है। देश का अन्नदाता मजबूत हो इसके लिए केंद्र सरकार ने बहुत अनुसंधान करने के बाद दो विधायक बनाए हैं, जो कि अब कानून का रूप धारण कर चुके हैं लेकिन विपक्ष नहीं चाहता कि अन्नदाता को लाभ मिले। विपक्षी दल मंडी शुल्क और बिचौलियों की कमाई की चिंता कर रहे है जोकि निश्चित रूप से पूरी तरह गलत है।
उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि पंजाब में 8% से ज्यादा मंडी शुल्क स्थान को चुकाना पड़ता है जबकि गुजरात में यह प्रतिशत एक परसेंट से भी कम है। यानी स्थिति साफ है जो लोग हंगामा कर रहे हैं उन राज्यों में मंडी शुल्क बहुत अधिक है। वे नहीं चाहते कि उनकी सरकारों की आय कम हो।
इसके लिए वे किसानों को मनमर्जी के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। किसानों की मेहनत का फायदा मंडी शुल्क और बिचौलिए उठा रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार ने किसानों से वादा किया था कि अन्नदाता को उसका हक मिलेगा और यह निश्चित रूप से किसानों के लिए पैसे फैसला है।