रायबरेली : शहीद शैलेन्द्र सिंह पंचतत्व में विलीन , राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

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रायबरेली :- पुलवामा के आतंकवादी हमले में शहीद हुए शहीद शैलेंद्र सिंह बुधवार को जयकारों के बीच पंचतत्व में विलीन हो गए। डलमऊ गंगाघाट पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार वैदिक मंत्रोच्चार और राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शहीद को मुखग्नि उनके पिता नरेंद्र सिंह ने दी।

इसके पहले अल्हौरा स्थित आवास से शहीद की शव यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, पाकिस्तान मुर्दाबाद, भारत माता की जय और शहीद शैलेन्द्र अमर रहें के नारों से माहौल गुंजायमान हो रहा था। शवयात्रा के पहले जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

सीआईएसएफ के जवानों ने अंतिम सलामी दी और उनके बलिदान को नमन किया। मंगलवार को देर शाम शहीद शैलेन्द्र सिंह का शव जैसे ही उनके घर पहुंचा। वहां मौजूद भीड़ अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई। शहीद की पत्नी कंचन और पिता का तो रो-रो कर बुरा हाल था। मौजूद भीड़ भी भाव विह्वल थी।

गौरतलब है कि दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के तंगन बाईपास पर दोपहर को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की 110 बटालियन पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसमें डलमऊ के अल्हौरा निवासी शैलेन्द्र सिंह शहीद हो गए। शैलेन्द्र सिंह का परिवार वर्तमान में शहर के मालिकमऊ मुहल्ले में रहता है। 2010 में उनकी शादी चांदनी से हुई और उनके आठ वर्ष का बेटा कुशाग्र है।

शैलेन्द्र सिंह वर्तमान में सोपोर में सीआरपीएफ 110 बटालियन में तैनात थे। शहीद के शौर्य और वीरता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमन किया है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद देते हुए सरकारी नौकरी भी देने का वादा किया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद की एक सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर करने की घोषणा की है। उन्होंने सांत्वना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार दुःख की इस घड़ी में परिजनों के साथ है। उन्होंने परिजनों को हर सम्भव सहायता का भरोसा दिया है।