गाजियाबाद :- भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा जहां एक और बेहद कुशल नेतृत्व क्षमता के स्वामी हैं। वहीं दूसरी ओर उनकी मेजबानी कभी अंदाज निराला है। जब संजीव शर्मा मूड में होते हैं तब उनके मुंह से शायरी निकलती है और लहजा इतना पुर सुकून होता है कि सामने वाला पूरी तरह से मुतासिर होकर उनके रंग में रंग जाता है। लहजे में मिठास और अल्फाजों में ऐतराज़ के तीर लिए संजीव शर्मा बातों बातों में अपने साथियों को बता भी देते हैं,जता भी देते हैं और पूरा मामला समझा भी देते हैं।
कल इसी तरह का एक वाकया सामने आया जब संजीव शर्मा ने बाकायदा अपनी टीम के लोगों को काजू की बर्फी खिलाई और यह भी समझा दिया कि उन्हें नेतृत्व करना आता है तो उनकी नजर हर बारी चीज पर भी रहती है। ऐसे में गड़बड़ की गुंजाइश ना के बराबर ही रहनी चाहिए वरना वह बड़े भाई से एक सख्त महानगर अध्यक्ष भी बनना बखूबी जानते हैं। अब महानगर कार्यालय पर क्या चर्चा हो रही थी या पूरा माजरा क्या था यह बताना तो यहां ठीक नहीं रहेगा लेकिन इतना तो साफ नजर आया कि महानगर अध्यक्ष खुद अपने हाथ में मिठाई का डब्बा लेकर महानगर महामंत्री राजेश त्यागी,महानगर महामंत्री सुशील गौतम और विशेष रूप से महानगर उपाध्यक्ष चमन चौहान के पास पहुंचे और उन्हें सप्रेम मिठाई खिलाई।
इस बीच एक ही देखने को मिला कि महानगर अध्यक्ष मिठाई का डिब्बा लेकर खड़े थे जबकि अन्य सभी पदाधिकारी आराम से बैठकर मिठाई का आनंद ले रहे थे। बात यहां आपसी भाईचारे और टीम वर्क की थी हालांकि प्रोटोकॉल के हिसाब से तो जब महानगर अध्यक्ष व मिठाई देने अन्य पदाधिकारियों के पास पहुंचे तो उन्हें खड़ा हो जाना चाहिए था। बस यही अदा तो संजीव शर्मा को एक अलग महानगर अध्यक्ष बनाती है क्योंकि वह हर काम प्रोटोकॉल से नहीं कुछ काम दिल की आवाज पर करते हैं। इसीलिए जो टीम वर्क मौजूदा महानगर संगठन में दिखाई दे रहा है वह पहले शायद ही कभी नजर आया हो।
गौरतलब है कि इस मौके पर श्री शर्मा ने इतना जरूर कहा कि अगर हुजूर मिठाई नहीं खाएंगे तो हम नाराज हो जाएंगे और अगर हम नाराज हो गए तो अफसाना लोगों की जबान पर फसाना बन कर आ जाएगा। जिसके बाद पार्टी कार्यालय में ठहाके गूंज उठे। लेकिन इस बीच मौजूद पदाधिकारी तेजी से काजू की बर्फी उठाना नहीं भूले।