Ghaziabad : कब्र से शव निकालने पहुंची जिला प्रशासन की टीम, पहचान नही होने पर लौटी बेरंग

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– चार माह पूर्व डिलीवरी के दौरान हुई थी महिला की मौत, कोर्ट के आदेश पर हुआ था परिजनों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज

गाजियाबाद/मसूरी :- डासना कब्रिस्तान में जिला प्रशासन के साथ भारी पुलिस बल को देखकर कस्बे के लोगों में हड़कंप मच गया जोकि भारी पुलिस बल और जिला प्रशासन की टीम कब्रिस्तान से कबर निकालने के लिए जिला प्रशासन के आदेश पर पहुंची थी । दरअसल मामला एक विवाहिता की 4 माह पूर्व हुई मौत के मामले को लेकर कब्र से शव को निकालने का था।

जानकारी के अनुसार बता दें कि विजयनगर निवासी फ़हमुद्दीन का आरोप है कि उसकी पुत्री की शादी को 2 वर्ष हो गए और उसकी पुत्री की उसकी ससुराल पक्ष ने हत्या कर शव को दफना दिया। हालांकि मौके पर कब्र में दफनाने के समय परिजन भी मौजूद थे। बावजूद इसके कि परिवार द्वारा कोर्ट का सहारा लेकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया और इस वजह से जिला प्रशासन की टीम भारी पुलिस बल के साथ डासना कब्रिस्तान पहुंची और शव को निकालने के प्रयास में जुट गई।

नायाब तहसीलदार अभिषेक शाही ने बताया कि जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर परिजनों को साथ लेकर भारी पुलिस बल के साथ डासना के कब्रिस्तान पहुंच कर परिजनों को कब्र पहचानने के लिए कहा गया । काफी समय तक परिजन कब्र की पहचान नहीं कर पाए और आखिर में परिजनों द्वारा कहा गया कि वह कब्र को नहीं पहचान पा रहे। जिस वजह से पीड़ित परिवार से लिखित में लिया गया कि उन्होंने कब्र की पहचान नहीं की और कब्र वह नहीं पहचान पाए हैं । इस पूरे मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया जाएगा।

सीओ सदर धर्मेंद्र चौहान भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि शासन स्तर से जो भी आप लोगों की मदद की जा रही है । आप कब्र की पहचान कर बता दीजिए कब्र कौन सी है। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिर पीड़ित परिवार कब्र की पहचान नहीं कर पाया । जिस कारण बैरंग लौटना पड़ा है।

चेयरमैन पति हाजी आरिफ में बताया कि डासना निवासी चांद मोहम्मद पुत्र आस मोहम्मद की पत्नी रुखसार की डिलीवरी के बाद हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत का मामला सामने आया है। जिस पर चांद के ससुराल जनों द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए थे और इस मामले की शिकायत कोर्ट के द्वारा दर्द कराई गई थी और उसी सिलसिले में कब्रिस्तान से शव निकालने के लिए प्रशासन की टीम पहुंची और कब्र की पहचान ना होने पर वापस लौटना पड़ा। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की हर संभव मदद के लिए पूरा कस्बा तैयार है। और सभी को एक साथ बोला गया कि कब्र की पहचान कर लीजिए कब्र को खुदवाने का कार्य हम लोग करा देंगे। मगर परिजनों द्वारा कब्र की पहचान नहीं की गई। जिस कारण से जिला प्रशासन की टीम वापस लौट गई।