कोविड-19 के चलते जेल रक्षाबंधन रहेगा सूना

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गाजियाबाद :- कोरोनावायरस जैसी महामारी के चलते जहां शासन द्वारा लोगों को इस महामारी से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं लोगों को जागृत करने का कार्य भी लगातार किया जाता रहा है। और इसी के चलते जेल प्रशासन द्वारा शासन के आदेश पर जेल में बंदियों से मुलाकात पर पाबंदी के चलते मुलाकात बंद चल रही है। इस बार राखी के पर्व पर होने वाली खुली मुलाकात पर पाबंदी लगी होने के चलते अब बहन भाई से और भाई बहन से दूर ही रहेंगे।

जानकारी के अनुसार बता दे कि जेल प्रशासन द्वारा जेल मुख्यालय के आदेश पर जेल में बंद बन्दियों से होने वाली मुलाकात पर कोविड-19 जैसी महामारी से बचाने के उद्देश्य से मुलाकात पर रोक लगी है। वही इसका खामियाना इस बार रक्षाबंधन पर होने वाली खुली मुलाकात पर बहन भाइयों से दूर ही रहेंगी। और राखी व अन्य सामग्री को मुलाकात घर में स्थित जाली पर ही देकर रक्षाबंधन के पर्व को मनाने का कार्य किया जाएगा।

जेल सुपरिटेंडेंट विपिन कुमार मिश्रा द्वारा जानकारी दी गई कि कोविड-19 महामारी के चलते जेल मुख्यालय द्वारा दिए गए आदेशों के चलते बंदियों को इस महामारी से बचाने के उद्देश्य से जेल की मुलाकात कर पाबंदी लगी हुई है। जिससे कि बंदियों को इस कोरोना महामारी से बचाया जा सके। इसी के चलते हॉट लाइन वन टू वन का भी शुभारंभ डीजी गेल आनंद कुमार द्वारा किया गया था। इस बार रक्षाबंधन के पर्व को मनाने का नया तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है। क्योंकि महामारी में बाहर से आने वाले मुलाकातियो और बंदियों को दूर रखा जा सके। जिससे संक्रमण के खतरे से बंदियों को बचाया जा सकता है। इसका तरीका निकालते हुए मुलाकात घर पर नोटिस चस्पा कर दिया गया है। जिससे आने वाले मुलाकाती जेल में बंद अपने बंदी भाइयों से मुलाकात तो नहीं कर सकते पर रक्षाबंधन के पर्व को मना सकते हैं। लिहाजा इसी के चलते सभी को सूचित कर दिया गया है कि राखी और अन्य सामग्री को रक्षाबंधन से एक दिन पहले जेल प्रशासन को सामान को दे दिया जाए। जिससे उस सामान को सैनिटाइज कर अंदर बन्दियों को रक्षाबंधन मनाने का मौका मिल सके। क्योंकि बंदियों को इस महामारी से बचाने के लिए हर संभव कार्य की जा रहे हैं।

इस बीच जेलर आनंद कुमार शुक्ला, डिप्टी जेलर नीरज श्रीवास्तव, डिप्टी जेलर सुरेश सिद्धार्थ, डिप्टी जेलर शैलेश कुमार, डिप्टी जेलर ए के सिंह, हेड वार्डन शिवकुमार शर्मा ,वरिष्ठ फिजिशियन डॉ सुनील कुमार त्यागी, फिजिशियन नितिन प्रियदर्शी बन्दियों की परिजनों से सामान की जांच पड़ताल कर उसे सैनिटाइज कर अंदर पहुंचाने का कार्य करेंगे। वहीं डॉक्टरों की टीम बन्दियों के परिजनों की जांच ऑक्सीमीटर एवं थर्मल मीटर से भी कर परिजनों को रवाना करेंगे। हालांकि ऐसा पहली बार हो रहा है कि बन्दियों से मुलाकात के लिए बहन भाई से दूर रहेंगी और भाई से बहन की दूरी दिल की डोर से बनी रहेगी।