गाजियाबाद :- सिहानी गेट कोतवाली क्षेत्र से 26 जून को अपह्रत हुए बिल्डर विक्रम त्यागी की बरामदगी की मांग और पत्रकार विक्रम जोशी की गोली मारकर की गई हत्या के मामले को लेकर बुधवार शाम बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्यों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आप पार्टी के नेताओं के अलावा विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने नवयुग मार्केट स्थित अंबेडकर पार्क से कैंडल मार्च निकाला।
इस दौरान लोगों के हाथों में तख्तियां थी। जिन पर लिखा था कि विक्रम त्यागी को जल्द बरामद किया जाए और पत्रकार विक्रम जोशी के परिजनों को इंसाफ दिलाया जाए। कैंडल मार्च विभिन्न जगहों से होता हुआ पुनः अंबेडकर पार्क पहुंचा। जहां पर आप पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि यूपी में पूरी तरह से जंगलराज कायम है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। आए दिन सनसनीखेज वारदातें हो रही हैं। बदमाशों में पुलिस का नाम मात्र के लिए भी भय नहीं है। उन्होंने कहा कि विक्रम जोशी को आज जो सरकार ने 10 लाख के आर्थिक मदद की है। अगर उसकी मदद पहले ही कर दी जाती तो आज विक्रम जोशी जिंदा होते और आर्थिक मदद की जरूरत नहीं होती।

उन्होंने कहा कि विक्रम त्यागी का पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा सकी है। उन्होंने मांग की कि विक्रम त्यागी का जल्द पता लगाया जाए अन्यथा इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।दस करोड़ देकर भी सरकार विक्रम त्यागी के परिजनों की पूर्ति नहीं कर सकती है। किसान नेता नीरज त्यागी ने कहा कि अगर विक्रम त्यागी का जल्द पता नहीं चलता है तो आंदोलन गांव गांव तक पहुंचेगा।जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की होगी।
बता दें कि राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रेड सवाना सोसाइटी में रहने वाले बिल्डर विक्रम त्यागी 26 जून को पटेल नगर स्थित अपने ऑफिस से घर के लिए चले थे। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं है। उनकी कार मुजफ्फरनगर में मिली थी। जिसमें खून के निशान भी पाए गए थे। इसके बाद विक्रम त्यागी की बरामदगी की मांग को लेकर विभिन्न संगठन, वकील और समाज के लोग लगातार संघर्ष करते हुए आ रहे हैं। विक्रम त्यागी की कार में खून के निशान मिले थे। जिसको पुलिस ने लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवाया था। जिसकी 16 जुलाई को डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आ गई थी। जिसके आधार पर कार में मिला ब्लड विक्रम त्यागी के माता-पिता के ब्लड से मैच करता है।
मामले में नया मोड़ आने के बाद पुलिस नए सिरे से जांच में जुट गई है। एसटीएफ के साथ दर्जनभर से अधिक पुलिस टीमें विक्रम त्यागी की तलाश में लगी हुई हैं। इस मामले में पुलिस ने 15 जुलाई को विक्रम त्यागी के नाम के पोस्टर भी जगह-जगह चस्पा किए थे। जिस पर लिखा था कि विक्रम त्यागी के बारे में जानकारी देने वाले को 50 हजार का इनाम दिया जाएगा।