Ghaziabad : कोविड प्रोटोकॉल के साथ तीन सौ उपकेंद्रों पर शुरू किया गया वीएचएनडी

Share

गाजियाबाद :- कोविड-19 के चलते बंद हुआ टीकाकरण अभियान पुनः पटरी पर लाने का प्रयास स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने मिलकर शुरू कर दिया है। शनिवार को जनपद के देहात क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों और एएनएम उप केंद्रों पर ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) का आयोजन किया गया।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. विश्राम सिंह ने बताया देहात क्षेत्र के तीन सौ से अधिक केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं और दो वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय ने बताया वीएचएनडी के मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा और एएनएम ने मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के उपाय महिलाओं को बताए।

पूरा देश लॉकडाउन के तीसरे चरण से गुजर रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियां पिछले करीब डेढ़ माह से बाधित हैं। स्वास्थ्य विभाग का टीकाकरण अभियान भी जहां का तहां रोकना पड़ा था। शासन से आदेश मिलने के बाद टीकाकरण की तैयारी जनपद में भी शुरू की गई। लेकिन शहरी क्षेत्र में कोविड-19 का ज्यादा असर होने के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनीसेफ ने केवल देहात क्षेत्र में ही टीकाकरण शुरू करने की सलाह दी है।

शनिवार को जनपद में पहले वीएचएनडी का आयोजन किया गया। डा. विश्राम सिंह ने बताया इस मौके पर गर्भवती महिला को टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाया गया। दो वर्ष से छोट बच्चों को पेंटा, बीसीजी, रोटा वायरस, मीजल्स, आईटीवी, एमआर और हेपेटाइटिस के टीके लगाए गए, साथ छोटे बच्चों को पोलियो की खुराक भी पिलाई गई।

उन्होंने  बताया वीएचएनडी के मौके पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया गया। आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम ने हाथों में दस्ताने और मुंह पर मॉस्क लगाकर सामुदायिक स्वास्थ्य की गतिविधियों को अंजाम दिया। इस दौरान केंद्रों पर आने वाली महिलाओं को कोरोना वायरस से संक्रमण के उपाय भी बताए। घर से बाहर जाने पर मास्क पहनने या फिर चेहरे को किसी कपड़े से ढंकने की सलाह दी और वापस घर लौटने पर साबुन-पानी से हाथ धोने के बारे में भी बताया। महिलाओं को हाथ धोने का तरीका सिखाया गया और बताया गया कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को साबुन लगाकर अच्छे से मलें। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी ग्रामीण महिलाओं कोजागरूक किया गया।