मेरठ :- कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए अधिकारियों द्वारा सप्ताह में दो दिन मेरठ में संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय धीरे-धीरे असरदार साबित हो रहा है। गुरुवार को मेरठ में सड़कों पर दिखाई दिया। अधिकारियों का कहना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो मेरठ जल्द ही कोरोना के प्रकोप से मुक्त हो जाएगा।
मेरठ में लगातार बढ़ रही संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी अनिल धींगरा द्वारा हर सप्ताह के दो दिन सोमवार और गुरुवार को संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया गया जिसके बाद पिछले गुरुवार और सोमवार को लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा काफी सख्ती बरती गई। गुरुवार को तीसरे संपूर्ण लॉकडाउन के दिन शहर की सड़कों पर सुबह से ही पुलिस मुस्तैद रही। एडीजी प्रशांत कुमार, डीएम अनिल धींगरा और एसएसपी अजय साहनी सहित तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जिले में राउंड पर रहे।
उल्लेखनीय है कि संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान सिर्फ दूध और दवा की सप्लाई के लिए एक निर्धारित समय तक अनुमति दी गई है। इसके सिवा अन्य सभी वस्तुओं की आपूर्ति सप्ताह के इन दो दिन बंद रहेगी। बेवजह सड़क पर निकलने वालों से एक हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा रहा है। बेवजह सड़क पर घूमने वालों ने घरों से निकलने से परहेज किया। जिसके चलते सुबह 10 बजे के बाद शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। डीएम अनिल धींगरा का कहना है कि यदि संपूर्ण लॉकडाउन में इसी तरह जन सहयोग मिलता रहा तो जल्द ही जिले को कोरोना से मुक्ति मिल सकती है।