लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने के लिए चीफ जस्टिस को लिखा पत्र

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देशभर की सभी अदालतों की गर्मी की छुट्टियां निलंबित करने का अनुरोध

नई दिल्ली :- वरिष्ठ वकील दिनेश कुमार गोस्वामी ने चीफ जस्टिस एसए बोब्डे को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की मांग की है। पत्र में उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओं तथा सुप्रीम कोर्ट सहित देशभर की सभी अदालतों की गर्मी की छुट्टियां निलंबित करने का अनुरोध किया है।

पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहना की है। लॉकडाउन के पीछे मंशा थी कि 21 दिनों के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी लेकिन स्थिति अभी सामान्य नहीं हो पाई है। इसलिए लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ा देना चाहिए।

पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान कोर्ट और शिक्षण संस्थानों के बंद होने की भरपाई ग्रीष्मवकाश को निलंबित करके किया जाना चाहिए। गोस्वामी ने अपने पत्र में कहा है कि ओडिशा सरकार देश का पहला राज्य है जहां लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन 15 दिनों के लिए और बढ़ाया जा सकता है।

पत्र में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने लोगों के हितों की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना के मामले पांच हजार को पार कर गए हैं और 8 अप्रैल तक 149 लोगों की मौत हो चुकी है। इसलिए लॉकडाउन को खत्म करना सही नहीं है। इसे 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाना चाहिए। इस दौरान कोर्ट और शिक्षण संस्थानों पर काम का दबाव बहुत बढ़ गया है इसलिए जून महीने में होने वाले ग्रीष्मावकाश को निलंबित किया जाना चाहिए।