KGMU में 38 नूमनों में कोरोना की पुष्टि, आगरा की नौ वर्षीय बालिका भी संक्रमित

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लखनऊ :- प्रदेश की प्रयोगशालाओं में कोरोना टेस्ट की तेजी से जांच के बाद इसके मरीजों की संख्या में इजाफा होने का सिलसिला जारी है। राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में गुरुवार को परीक्षण किए गए 983 नमूनों में से शुक्रवार को 38 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें नौ वर्षीय बालिका सहित युवक-युवतियां और वृद्ध शामिल हैं। जिन मरीजों की आज रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं, उनमें 01 गोण्डा में भर्ती है। 30 मरीज लखनऊ में भर्ती हैं तथा 07 आगरा के हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक 25 वर्षीय पुरुष जिला अस्पताल गोंडा में भर्ती है। इसके अलावा 48 वर्षीय पुरुष, 45 वर्षीय पुरुष, 14 वर्षीय युवक, 29 वर्षीय पुरुष, 17 वर्षीय युवक, 43 वर्षीय महिला, 40 वर्षीय महिला, 38 वर्षीय महिला, 48 वर्षीय महिला और 26 वर्षीय पुरुष लखनऊ में भर्ती है।

साथ ही राजधानी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में 45 वर्षीय महिला, 25 वर्षीय पुरुष, 22 वर्षीय युवक, 58  वर्षीय पुरुष, 30 वर्षीय महिला, 30 वर्षीय महिला, 25 वर्षीय युवती, 55 वर्षीय पुरुष, 45 वर्षीय पुरुष, 19 वर्षीय युवक, 45 वर्षीय पुरुष, 40 वर्षीय महिला, 60 वर्षीय महिला, 30 वर्षीय महिला, 32 वर्षीय महिला, 65 वर्षीय महिला, 30 वर्षीय महिला, 25 वर्षीय पुरुष और 20 वर्षीय युवक भर्ती हैं। राजधानी के लोक बंधु अस्पताल में भर्ती 60 वर्षीय पुरुष की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

इसके अलावा 53 वर्षीय महिला, 09 वर्षीय बालिका, 80 वर्षीय पुरुष, 24 वर्षीय युवक, 23 वर्षीय युवती, 73 वर्षीय महिला और 24 वर्षीय युवक आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।

आगरा के बाद अन्य जनपदों को लेकर भी पूल टेस्टिंग

कोरोना संक्रमण को लेकर पृथक-पृथक नूमनों की जांच के साथ प्रदेश में पूल टेस्टिंग भी शुरू हो चुकी है। इसकी शुरुआत आगरा के बफर जोन के नमूनों के साथ हुई है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आगरा में 150 सैम्पल को पांच-पांच के 30 पूल बनाकर लैब में जांच के लिए भेजा गया। ये सैम्पल आगरा में कंटेनमेंट जोन के बाहरी क्षेत्र वाले बफर जोन से मंगवाये गये थे, जिससे पता चल सके कि संक्रमण केवल कंटेनमेंट जोन तक सीमित है या फिर बफर जोन में भी चला गया है। सभी 30 पूल की जांच निगेटिव आई है। अब अन्य जनपदों से भी सैम्पल मंगाकर पूल टेस्टिंग की जा रही है।

बफर जोन भी कराया जा रहा सेनेटाइजेशन

मुख्यमंत्री के निर्देश पर हॉटस्पॉट क्षेत्रों के बफर जोन में भी सेनेटाइजेशन एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। ये कंटेनमेंट जोन के बाहर का इलाका होता है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनेटाइजेशन, सफाई कर्मी एवं डोर स्टेप डिलीवरी टीमों को ही आवागमन की अनुमति दी गई है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में घर-घर सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।

तोड़फोड़ करने पर उपद्रवियों की सम्पत्ति होगी जब्त

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को छुपाने एवं जानबूझकर न बताने वाले लोगों को चिह्नित कर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। ऐसे लोगों को प्रश्रय देने वालों और उनकी तलाशी में लापरवाही बरतने वाले सम्बंधित क्षेत्र के थानेदारों के विरुद्ध भी कार्यवाही की जायेगी।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य कर्मी तथा स्वच्छता कर्मियों पर यदि कोई हमला करे, तो दोषी के विरुद्ध आपदा प्रबन्धन अधिनियम, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि उपद्रवी तत्वों द्वारा तोड़-फोड़ किए जाने पर नुकसान की भरपाई के लिए उपद्रवी तत्वों से वसूली की जाए। ऐसा न करने पर उनकी सम्पत्ति जब्त कर ली जाए। उन्होंने कहा कि हेल्थ टीम के साथ पुलिस भी जाए।