लॉकडाउन के दौरान इस महिला जिलाधिकारी ने किया ऐसा काम, हो रही जमकर तारीफ

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रायबरेली :- कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन का पूरे प्रदेश में व्यापक असर देखा जा रहा है। वहीं, आमजन की सहूलियत को दृष्टिगत रखते हुए उनको सुलभता से राशन, दूध, फल, सब्जी, दवाइयों के वितरण के लिए सीएम आवास में युद्ध स्तर पर बैठक आयोजित की जा रही है, जिसकी अध्यक्षता स्वयं सूबे के मुखिया सीएम योगी कर रहे है।

जहां पूरे देश में एक तरफ लॉक डाउन के चलते लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पद रहा है वहीं एक महिला अधिकारी जो लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों की मदद भी कर रही है और जहां लॉक डाउन तोड़ने वालों से सख्ती से निपट भी रही है। यह अधिकारी कोई और नहीं देश की हाईप्रोफाइल सीट कही जाने वाली रायबरेली की जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना है।

रायबरेली के लोग महिला जिलाधिकारी के काम की चर्चा कर रहे है और सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ़ कर रहे है। दरअसल एक महिला जो बीमार थी जब डीएम को रास्ते में मिलीं तो महिला डीएम ने उसे अपनी गाड़ी से हॉस्पिटल ही नहीं ले गयी बाक़ी डॉक्टर को दिखाकर घर भी छुड़वा। जिलाधिकारी का यह मानवीय कार्य लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना की जमकर तारीफ कर रहे है।

लॉक डाउन में आम जनमानस को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इस बात का ध्यान रखते हुए हुए जिलाधिकारी शुभ्र सक्सेना द्वारा व्यापक व्यस्था की गई है। 49 मोबाइल वैन/ई रिक्शा आदि तथा 40 हथठेलों के द्वारा डोर टू डोर सब्जियों का विक्रय कराया जा रहा है।

47 वैन द्वारा डोर टू डोर आपूर्ति की जा रही है। इसके अतिरिक्त दूधियों के माध्यम से भी घर-घर दूध की आपूर्ति हेतू 19 पास निर्गत किये गए हैं। 07 वाटर सप्लायर की 40 वैनों के द्वारा डोर टू डोर आपूर्ति की जा रही है। वहीं जनपद में 11 शेल्टर होम स्थापित किए गए हैं। जिसमे व्यक्ति द्वारा सहायता मांगने पर उन्हें शेल्टर होम में ठहराया जाता है तथा उनके भोजन आदि की व्यवस्था भी कराई जाती है।