नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विशेष कार्याधिकारी (OSD) को एक कथित रिश्वत मामले में बिचौलिए धीरज गुप्ता द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया। एक आधिकारिक सूत्र ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। एजेंसी ने दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ओएसडी गोपाल कृष्ण माधव को गुरुवार को दो लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। केंद्रीय एजेंसी ने पांच फरवरी को गुप्ता को गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
सीबीआई सूत्र ने कहा कि पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह दिल्ली सरकार के एक कर अधिकारी के करीब है। इसके बाद एक जाल बिछाया गया और माधव को गुरुवार शाम गिरफ्तार किया गया।
सूत्र ने बताया कि माधव ने एक पुराने कर मामले को निपटाने के लिए 2.26 लाख रुपये मांगे थे। दिल्ली सरकार की वेबसाइट के अनुसार, माधव मौजूदा समय में सिसोदिया के ओएसडी के रूप में तैनात हैं। इससे पहले दिन में, उपमुख्यमंत्री ने गिरफ्तार अधिकारी को कड़ी सजा देने की मांग की।
सिसोदिया ने कहा कि मुझे पता चला है कि सीबीआई ने एक जीएसटी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह अधिकारी मेरे ऑफिस में बतौर ओएसडी भी तैनात था। सीबीआई को उसे तुरंत सख्त से सख्त सजा दिलानी चाहिए। ऐसे कई भ्रष्ट अधिकारियों को मैंने खुद पिछले पांच सालों में पकड़वाए हैं।”
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शुक्रवार को दावा किया कि केजरीवाल सरकार व्यापारियों को परेशान कर रही है। भाजपा की दिल्ली इकाई ने ट्वीट किया, “जीएसटी के मामले में दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए मनीष सिसोदिया के ओएसडी को गिरफ्तार किया गया। वह 2015 से सिसोदिया के ऑफिस में कार्यरत था। रिश्वत की कुल राशि हालांकि 10 लाख रुपये तय हुई थी। आप की सरकार ऐसे व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है, लेकिन केजरीवाल ने हमेशा चुप्पी साधे रखी।”