नई दिल्ली। राजधानी में दशहरा पर रावण दहन की तैयारियां तेज हो गई हैं। आतिशबाजी पर प्रतिबंध को देखते हुए इस बार रावण दहन में कहीं ग्रीन पटाखे तो कहीं कोल्ड पटाखों का इस्तेमाल किया जाएगा। कोल्ड पटाखों में न आवाज होती है न धुआं, सिर्फ रोशनी लोगों को आकर्षित करती है।
दिल्ली में कई स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को दशहरा पर्व पर सभी जगह रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले दहन किए जाएंगे। इसके लिए अलग अलग स्थानों पर 60 से 80 फिट तक ऊंचाई के पुतले तैयार किये जा रहे हैं। यमुनापार इंद्रप्रस्थ रामलीला में जन जागरूकता से जुड़े विषय को लेकर चौथा पुतला भी फूंका जाएगा।
सीबीडी ग्राउंड सूरजमल विहार में होेने वाले रावण दहन में कोल्ड पटाखे चलाए जाएंगे। आमतौर पर जन्मदिन के वक्त केक पर लगने वाली फुलझड़ी इसका उदाहरण है। इसी तरह की फुलझड़ी, अनार और रॉकेट कोल्ड पटाखों के रूप में तैयार कराए जा रहे हैं। बालाजी रामलीला कमेटी के प्रवक्ता राजकुमार ने बताया कि देश में पहली बार कोल्ड पटाखे का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पटाखे दिल्ली से ही चंद दूर स्थित फरूखनगर के कारीगरों ने तैयार किए हैं।
उन्होंने बताया कि दशहरा पर्व पर 30 फीसदी आवाज वाले पटाखों का इस्तेमाल भी किया जाएगा। वहीं अशोक विहार फेज 2 स्थित आदर्श रामलीला कमेटी के प्रवक्ता प्रवीण कुमार ने बताया कि उनके यहां रावण दहन में ग्रीन पटाखे इस्तेमाल होंगे। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। तमिलनाडु के कारीगरों ने इन पटाखों को तैयार किया है। इनसे काफी कम प्रदूषण होता है।