स्कूली बच्चों ने मनाई डॉ अब्दुल कलाम की जयंती

Share

गाजियाबाद। भारत के महान वैज्ञानिक एवं 11वें राष्ट्रपति और भारत रत्न से सम्मानित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साहब की जयंती के शुभ अवसर पर कैला जरनल प्राइमरी पाठ्शाला में स्कूल के बच्चों ने कलाम साहब की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई।

अपनी पूरी जिंदगी गरीब बच्चो की शिक्षा के लिए समर्पित करने वाले अब्दुल कलाम के 88वें जन्मदिवस पर स्कूली शिक्षकों द्वारास्कूल के बच्चों को पेंसिल , कलम , टॉफियां और फल वितिरित किये गए और स्कूल के छोटे – छोटे बच्चों को कलाम साहब के जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारीयाँ दी गयीं और कलाम साहब जीवन के रास्ते पर चलने की बच्चों से अपील की गई।

आपको बता दें कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न, महान वैज्ञानिक और एक अच्छे शिक्षक के रूप में लोकप्रिय एपीजे अब्दुल कलाम का आज जन्मदिन है। मिसाइलमैन के नाम से मशहूर एपीजे अब्दुल कलाम की आज 88वीं जयंती है।

15 अक्टू्बर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्व्रम में पैदा हुए कलाम साहब का पूरा जीवन देश सेवा और मानवता को समर्पित रहा। अपने व्योस्तक जीवन में भी कलाम साहब ने कभी पठन-पाठन से खुद को दूर नहीं किया। गरीबी में जन्में अब्दुल कलाम रेलवे स्टेशन पर अखबार बेचा करते थे लेकिन उन्होंने अपने हालातों के आगे कभी हिम्मत नहीं हारी और सपनों को मरने नहीं दिया। यही वजह है कि एपीजे अब्दुल कलाम का यह विचार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है- सपने वो नहीं हैं जो आप नींद में देखते हैं, सपने वो हैं जो आपको नींद ही नहीं आने दें।

इस मोके पर स्कूल की प्रधानाचार्य अंजलि सिहं , शिक्षिता साईस्ता , समाज सेवी हाजी कासम , युवा सामाज सेवी रमीज राजा , समीर कादरी , युसुफ अब्बासी , इरशाद सैफी, इमरान , नोमान सैफी, आदि लोग उपस्तिथ थे।