रूस। भारत की स्टार बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने बॉक्सिंग की दुनिया में नया इतिहास बना दिया है। उन्होंने विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इसके साथ ही उनका मेडल जीतना तय हो गया है। यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका आठवां मेडल होगा। इसके साथ ही वे दुनिया की पहली ऐसी बॉक्सर बन जाएंगी, जिसने वर्ल्ड चैंपियनशिप में आठ मेडल जीते हैं।
मैरी कॉम विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में पहली मुक्केबाज बनीं हैं जिन्होंने 8 विश्व पदक जीते हैं। उन्होंने पिछले साल नई दिल्ली में 48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण जीतने के बाद क्यूबा के पुरुषों के दिग्गज फेलिक्स सैवन के 7 पदकों की बराबरी की थी। इस बार उन्होंने फेलिक्स से आगे बढ़ते हुए आठवां पदक भी अपने नाम कर लिया है।
मणिपुर की एमसी मैरीकॉम ने गुरुवार को 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंगोट वालेंसिया को 5-0 से मात दी। सेमीफाइनल में जाकर मैरी ने भारत के लिए एक पदक पक्का कर लिया है।
इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के साथ ही मैरीकॉम (MC Mary Com) ने वर्ल्ड चैंपियनशिप की सबसे कामयाब मुक्केबाज होने का अपना ही रिकॉर्ड बेहतर किया। मैरीकॉम के नाम इससे पहले छह स्वर्ण पदक और एक रजत पदक है। हालांकि अब मैरीकॉम अपने सातवें स्वर्ण पदक से महज दो जीत दूर हैं। ये पहला मौका है जब मैरीकाॅम ने 51 किग्रा भारवर्ग में वर्ल्ड चैंपियनशिप का पदक जीता है। इस वर्ग में इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन क्वार्टर फाइनल तक का था।
पिछले साल की ब्रॉन्ज मेडल विजेता लवलीना बोरगोहेन (69 किलो) और पहली बार खेल रही जमुना बोरो (54 किलो) महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गईं हैं। इसके अलावा मंजू रानी (48 किलो) और कविता चहल (प्लस 81 किलो) भी अंतिम-16 में पहुँच गई हैं।