मोदीनगर। महिला के जरिये लोगों को फंसाकर लाखों कमाने वाले फर्जी एंटी करप्शन अधिकारी समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। गुरुवार को पकड़े गये इस गिरोह में सरगना के अलावा एक कथित पत्रकार और एक महिला शामिल हैं।
सीओ केपी सिंह और कोतवाली प्रभारी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि पिछले दिनों फर्जी एंटी करप्शन अधिकारी द्वारा मेरठ के एक व्यापारी से लाखों हड़पने का मामला सामने आया था। पुलिस जांच में गिरोह के तार मोदीनगर से भी जुड़े पाये गए थे। पुलिस ने एक फर्जी ग्राहक के जरिये बुने गए हनी ट्रैप में फंसाकर गिरोह के सरगना रविन्द्र सिंह तोमर निवासी भोला रोड़, थाना टीपी नगर, मेरठ के अलावा नवीन निवासी ईसापुर, बुलंदशहर, संजय सोलंकी निवासी गुलावटी और सुमन पत्नी सचिन निवासी लडडू वाली गली ईदा पैलेस टीपी नगर मेरठ शामिल हैं।
गिरोह के सरगना रविन्द्र तोमर ने बताया कि उसने एंटी करप्शन ऑफ इंडिया नामक एक संस्था बनाई हुई है जो वर्ष 2015 में पंजीकृत कराई गई थी। संस्था में उसने कुछ अन्य लोगों को भी वेतन पर रखा था जिसमें पकड़ी गई महिला ने पिछले वर्ष दिसंबर में संस्था जॉइन की थी।
उधर पकड़ी गई महिला व दोनों युवकों ने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उन्हें एंटी करप्शन विभाग में स्थाई नौकरी दिलाने की बात कहकर प्रशिक्षण पर रखा गया था। पुलिस ने पकड़े गए लोगों से संस्था की आईडी, प्रेस कार्ड, चैनल आईडी, दो पिस्टल, कारतूस, वाकी टॉकी, कार व अन्य सामान बरामद किया है।