आखिर क्यों 10 साल के इस बच्चे की चिट्ठी हो रही है सोशल मीडिया पर जमकर वायरल, जानिये पूरा मामला

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नई दिल्ली। चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी ने बल्कि एक 10 साल के बच्चे ने भी वैज्ञानिकों की हौसला आफजाई के लिए चिट्ठी लिखी है। जी हाँ! 10 साल के आन्जनेय कौल की इसरो को लिखी चिट्ठी सोशल मीडिया पर आजकल काफी वायरल हो रही है। दरअसल आन्जनेय की मां ज्योति कौल ने इस चिट्ठी को ट्विटर पर शेयर किया है, इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई दिग्गज हस्तियों ने भी इसे रीट्वीट और लाइक किया है.

आखिर क्या लिखा है चिट्ठी में?

आग्नेय ने अपनी कविता का नाम ‘चंद्रयान 2- एक कृतज्ञ भारतीय की भावना’ रखा है. उसने इस कविता में इसरो वैज्ञानिकों से कहा कि इतनी जल्दी दुखी मत होइए, हम चांद पर जरूर पहुंचेंगे। हमारा अगला प्रयास चंद्रयान-3 होगा जो अगले साल जून में लॉन्च होगा। आग्नेय ने चिट्ठी में आगे लिखा कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर कामयाबी से अपना काम कर रहा है। वही हमें बताएगा कि आगे हमें क्या करना है। उसने आगे लिखा कि संभव है कि विक्रम चांद की सतह पर उतर गया हो, प्रज्ञान अब भी सही हो और ग्रैफिकल बैंड्स की तैयारी कर रहा हो। ऐसा हुआ तो सफलता हमारे हाथ होगी। खत के आखिर में आग्नेय ने लिखा कि इसरो के वैज्ञानिक आने वाली पीढ़ी के बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इसरो आप हमारे गौरव है। आपको एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से हार्दिक धन्यवाद।’

निश्चित तौर पर इस १० साल के मासूम द्वारा इस तरह के ओजपूर्ण व्यक्तव्यों वाली कविता ने भारत की आने वाली पीढ़ी कैसी होगी ये पाकिस्तान को बता दिया है. जहां पाकिस्तान के बच्चे १० साल की उम्र में बन्दूक चलाना सीखते हैं वहीँ भारत के इस बच्चे इतनी गूढ़ बात को बड़ी सरलता से कह देने का जो जज़्बा है वो अपने आप में पाकिस्तान को उसकी हक़ीक़त दिखा देने के लिए काफी है.

बता दें कि 7 सितंबर को मून मिशन पर निकले चंद्रयान- 2 में लगे विक्रम लैंडर की साॉफ्ट लैंडिंग होनी थी लेकिन 2.1 किलोमीटर पहले ही वह अपना पूर्विनिर्धारित रास्ता भटक गया और इसरो सेंटर से उसका संपर्क टूट गया। जब विक्रम की चांद के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग होनी थी उस समय इसरो में पीएम मोदी के साथ कई बच्चे भी शामिल थे। विक्रम लैंडर से संपर्क टूटने के बाद जहां वैज्ञानिक निराश हो गए वहीं पूरी दुनिया ने इसरो की सराहना की और कहा कि हमें वैज्ञानिकों पर गर्व हैं। इसरो के चीफ के.सिवन भी निराश हो गए थे और भावुक हो गए थे तब पीएम मोदी ने उनको गले लगाकर ढांढस बढाया और कहा कि पूरा देश आपके साथ है और हमें वैज्ञानिकों पर गर्व है।