गाजियाबाद : उप्र राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसी) ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों के 28 बड़े डिफाल्टरों की सूची तैयार ही है। इन पर निगम का 50 लाख से सात करोड़ रुपये तक बकाया हैं। वहीं, 100 से अधिक ऐसे छोटे डिफाल्टरों से भी वसूली का लक्ष्य रखा गया है, जिन पर एक से 50 लाख रुपया बकाया है। निगम ने औद्योगिक क्षेत्र में निरीक्षण कर अवैध रूप से चल रहे धर्म कांटों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
यूपीएसआइडीसी ने पुराने ऐसे 28 डिफाल्टरों की सूची तैयार की है, जिन पर निगम का 50 लाख से सात करोड़ रुपये तक का करोड़ो रुपया बकाया है। कई बार नोटिस जारी होने के बाद वह बकाया चुकाने में किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इनसे वसूली के लिए शासन के आदेश पर औद्योगिक विकास निगम ने प्लानिग करना शुरू कर दिया है। वहीं, निगम ने ऐसे करीब 100 से ज्यादा डिफाल्टरों की भी सूची बनाई है, जिन पर एक लाख से 50 लाख रुपये तक का बकाया चला आ रहा है। निगम इनसे अपना बकाया सख्ती से वसूलने के लिए कमर कस रहा है। यूपीएसआइडीसी अफसरों की माने तो औद्योगिक क्षेत्र बुलंदशहर रोड एसएसजीटी व लोहा मंडी में धर्म कांटे संचालित होने की शिकायतें मिल रही हैं। योजना की के मुताबिक इस सप्ताह से औद्योगिक क्षेत्रों का निरीक्षण कर अवैध धर्म कांटा मिलने पर संचालकों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
औद्योगिक क्षेत्रों में सुनेंगे समस्याएं
उप्र राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसी) अपने औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यमियों के बीच जाकर समस्याएं सुनेंगे। समस्याओं को समझकर उनका समय पर यथासंभव समाधान करेंगे। इसकी शुरूआत माह के अंतिम सप्ताह में साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र से की जाएगी। इसके बाद निगम के औद्योगिक क्षेत्रों में समय-समय पर जाकर समस्याएं सुनकर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। यूपीएसआइडीसी बकाया वसूली में तेजी लाएगा। अभी हमने 28 बड़े व 100 से ज्यादा एक से 50 लाख रुपये बकाया वाले डिफाल्टरो की सूची तैयार की है, जिन पर निगम का करोड़ों रुपया बकाया है। उनसे वसूली के लिए योजना तैयार की गई है। वहीं, औद्योगिक क्षेत्रों में अवैध रूप से चल रहे धर्म कांटा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निरीक्षण कर कार्यवाही की जाएगी।
– स्मिता सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीएसआइडीसी