फाइलेरिया के गंभीर मरीजों को राहत पहुंचा रहा एकीकृत उपचार केंद्र

Share

02HREG58 फाइलेरिया के गंभीर मरीजों को राहत पहुंचा रहा एकीकृत उपचार केंद्र

-क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, इंदिरानगर में संचालित हो रहा केंद्र

लखनऊ, 02 जुलाई (हि.स.)। राजधानी लखनऊ में पिछले माह दो जून से शुरू हुआ फाइलेरिया एकीकृत उपचार केंद्र गंभीर मरीजों के जीवन में खुशहाली ला रहा है। क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, सेक्टर-25 इंदिरानगर, लखनऊ के इस केंद्र पर अब तक 11 मरीजों को उपचारित किया जा चुका है।

इलाज से राहत महसूस कर रहे मरीजों का यही कहना है कि-“हम तो हर तरफ से नाउम्मीद हो चुके थे लेकिन यहाँ पर 14 दिनों के इलाज और योग से बड़ी राहत महसूस हो रही है। अब पता चला है कि सही देखभाल और नियमित योग से हमारा जीवन भी सामान्य बन सकता है।“

क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि एकीकृत उपचार केंद्र पर एलोपैथी, आयुर्वेद और योगा पद्धति से फाइलेरिया (हाथीपांव) ग्रसित गंभीर रोगियों का उपचार किया जाता है। केंद्र पर उपचार के लिए आयुर्वेद चिकित्सक सहित नौ स्टाफ तैनात हैं। केंद्र पर फाइलेरिया रोगियों की प्रतिदिन समयानुसार सम्पूर्ण उपचार प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसमें रोगी मेजरमेंट, साफ-सफाई, आयुर्वेदिक थेरेपी फांटा सोकिंग (घोल प्रक्रिया), योगा, कंप्रेशन और अंत में पुनः योगा व मसाज प्रतिदिन की जाती है। यहाँ पर 14 दिन के इलाज के बाद घर पर भी नियमित अभ्यास से फाइलेरिया मरीज सामान्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं।फॉलो अप में रोगी की पुनः सम्पूर्ण मेजरमेंट, आयुर्वेदिक थेरेपी, योगा, मसाज तथा आहार परामर्श से उपचार किया जाएगा।

केंद्र पर उपचार करा रहे सीतापुर के श्री कृष्ण का कहना है कि पिछले 15 साल से बाएं पैर में आई भारी सूजन से परेशान था, जो जहाँ बताया वहीं इलाज कराया किन्तु आराम नहीं मिला। गत चार जून को इस केंद्र के बारे में पता चला तो पांच जून से इलाज लेना शुरू किया। 14 दिन के इलाज में बड़ा बदलाव महसूस कर रहा हूँ। अब चलने और उठने-बैठने में कोई दिक्कत नहीं हो रही । प्रभावित अंग की समुचित देखभाल के साथ योग व व्यायाम को अब जीवन का हिस्सा बनाकर रखूँगा।