भोपाल, 22 मई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय द्वारा 18 मई से 22 मई, 2022 तक आयोजित पाँच दिवसीय जल रंग शैली पर एकाग्र चित्र शिविर सह-प्रशिक्षण गतिविधि का समापन रविवार को को हुआ। समापन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी उप-निदेशक अनिल कुमार, वरिष्ठ चित्रकार एल एन भावसार, ख्यात चित्रकार रामचंद्र शिवाजी खरतमल एवं कुडलय्या महान्तय्या हिरेमठ- पुणे एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
शिविर में विगत वर्षों में आयोजित चित्रांकन प्रतियोगिता के प्रत्येक आयु वर्ग के प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार विजेता बच्चों के साथ- साथ नूतन महाविद्यालय, हमीदिया महाविद्यालय, गीतांजलि महाविद्यालय एवं एम.एल.बी. महाविद्यालय और संस्कृति संचालनालय द्वारा खण्डवा, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में संचालित कला महाविद्यालयों के चयनित विद्यार्थियों द्वारा सहभागिता कर जलरंग शैली की तकनीकि पक्ष के साथ जलरंग शैली माध्यम की बारिकियों को जाना।
शिविर का विषय “जनजातीय संग्रहालयः बिम्ब का प्रतिबिम्ब ” था, जिसे वाटर कलर के माध्यम से शिविर में प्रतिभागियों द्वारा चित्रित किया गया। शिविर में हिस्सा ले रहे प्रतिभागियों ने संग्रहालय का भ्रमण करते हुए , यहां के वातावरण और परिदृश्य को भी चित्रित किया। इस अवसर पर अकादमी द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं अतिथि चित्रकारों का धन्यवाद प्रकट किया गया।