नैनीताल :- नैनीताल की ठंडी सड़क पर पिछले शुक्रवार रात के बाद से शुरू हुआ भूस्खलन जारी है। इधर शनिवार सुबह भी यहां भारी भूस्खलन हुआ है। इस दौरान यहां धमाके के साथ बड़ी मात्रा में मलबा नैनी झील में समा गया। भूस्खलन के साथ एक बड़ा पेड़ भी गिरा है। इसके साथ ही यहां खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह भूस्खलन डीएसबी परिसर के केपी छात्रा छात्रावास के नए बने खंड के ठीक नीचे बिल्कुल अहाते से शुरू हो रहा है। इसलिए केपी छात्रा छात्रावास के नए व पुराने दोनों खंडों को इससे खतरा उत्पन्न हो गया है। इस कारण छात्रावास के एक खंड को खाली भी करा दिया गया है। भूस्खलन की वजह से कई पेड़ भी गिर गए हैं और बिजली की लाइन व ठंडी सड़क के किनारे लगी रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है, और नए लगे स्ट्रीट लाइट के पोल भी ढह गए हैं। इससे ठंडी सड़क पर भूस्खलन वाले स्थान से गुजरना अब संभव नहीं रह गया है। गौरतलब है कि ठंडी सड़क पर पैदल आवागमन पहले ही रोक दिया गया है। भूवैज्ञानिक डॉ. बहादुर सिंह कोटलिया ने इसे नैनीताल नगर के लिए अलार्मिंग यानी चेतावनी बताया है और भविष्य में इस भूस्खलन के बलियानाला की तरह खतरनाक होने की भी संभावना जताई है।