नैनीताल :- जनपद में लगातार बारिश से भूस्खलन की एक से अधिक घटनाएं हुई हैं। शनिवार सुबह हल्द्वानी-ज्योलीकोट के बीच दोगांव के निकट डॉन बॉस्को के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 87 पर भूस्खलन हुआ है। इस कारण सड़क करीब आधी चौड़ाई में और करीब 20 मीटर का हिस्सा खाई में समा गया। रानीबाग पुल और बीरभट्टी पुल पर भी स्थितियां पहले से खराब हैं। रानीबाग पुल से केवल छोटे वाहनों को भेजा जा रहा है, जबकि बीरभट्टी पुल पर जब-तब मलबा आ जा रहा है, और यह बंद है। ऐसे में नैनीताल पुलिस को वाहनों के आवागमन की नई व्यवस्था लागू करनी पड़ी है।
हालांकि अपराह्न तक सड़क के धंसने के स्थान पर पहाड़ की ओर के हिस्से को खोदकर सड़क को चौड़ा कर दिया गया और उत्तराखंड रोडवेज, केमू की बसों और छोटे वाहनों को यहां से गुजारा जा रहा है। लोनिवि ने सक्रिय होकर धंसे वाले हिस्से में भी युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया है।
हमेशा से संवेदनशील हल्द्वानी-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे भूस्खलन हुआ। गनीमत रही कि इस दौरान कोई वाहन इसकी चपेट में आकर खाई में नहीं गिरा। नैनीताल पुलिस की ओर से इस मार्ग पर बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। इस दौरान दोपहिया और चौपहिया वाहनों को रोक-रोक कर एक व दूसरी ओर से वाहनों को गुजारा गया। साथ ही सड़क के धंसे हुए हिस्से पर पॉलीथीन डालने तथा पहाड़ की ओर डोजर मशीन से खोदकर सड़क को चौड़ा करने का कार्य किया गया। इस बीच पहाड़ से आने वाले छोटे वाहनों को भवाली से भीमताल-रानीबाग के रास्ते अथवा उनकी इच्छानुसार जबकि बस-ट्रक आदि बड़े वाहनों को भवाली के मस्जिद तिराहे से तल्लीताल-नैनीताल होते हुए रूसी बाइपास से खुर्पाताल, कालाढुंगी होते हुए भेजा गया।
अपराह्न में सड़क चौड़ी काट लेने के बाद रोडवेज और केमू की बसें इस मार्ग से भी गुजारी गईं। इस बीच जनपद की एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने लोगों से अपील की कि वह पहाड़ की ओर जाने के लिए अत्यधिक जरूरी होने के अतिरिक्त रामनगर-मोहान मार्ग का प्रयोग करें।
तल्लीताल थाना प्रभारी विजय मेहता ने बताया कि भवाली-नैनीताल रोड पर कैलाखान के पास और नैनीताल कालाढुंगी रोड पर प्रिया बैंड के पास भी सड़क पर भूधंसाव और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इसलिए वाहनों को रामनगर की ओर से जाने की सलाह दी गई है।