1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल का डीजीपी बनना लगभग तय

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लखनऊ। यूपी पुलिस विभाग के नए डीजीपी की कुर्सी के प्रबल दावेदार मंगलवार की देर शाम सीएम योगी से मुलाकात करने पहुंचे थे। जिसके बाद उनके डीजीपी बनने चर्चा और ज्यादा तेज होने लगी है। 1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल मूल रूप से यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। वह आईआईटी दिल्ली से बीटेक और एमबीए भी हैं। समाजवादी पार्टी में हुए मुजफ्फरनगर कांड के बाद मुकुल गोयल को प्रदेश के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी थी।

1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल मूल रूप से यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और एमबीए भी हैं। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी,गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ में एसएसपी के पद पर तैनात रह चुके हैं। मुकुल गोयल कानपुर, आगरा, बरेली रेंज के डीआईजी और बरेली जोन के आईजी भी रह चुके हैं। इसके अलावा मुकुल गोयल केंद्र में आईटीबीपी, बीएसएफ, एनडीआरएफ में भी काम कर चुके हैं। वहीं आईपीएस मुकुल से जुड़े विवादित मुद्दों की बात करें तो 2000 में बतौर एसएसपी सहारनपुर में तैनाती के दौरान बीजेपी विधायक निर्भय पाल सिंह की हत्या के बाद निलंबित किये गए थे। यही नहीं 2006 में यूपी में बड़े पैमाने पर पुलिस भर्ती चल रही थी उस दौरान मुकुल गोएल डीआईजी के पद पर आगरा में तैनात थे और वहां के भर्ती बोर्ड के प्रमुख थे। 2007 में मायावती सरकार आने के बाद जब इन मामलों में अफसरों का निलंबन और मुक़दमा दर्ज करने की करवाई शुरू हुई तब तक मुकुल गोएल और दलजीत चौधरी प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में चले गए थे। 2012 में सत्ता में वापसी के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार ने सभी मुकदमे वापस ले लिए थे।