सिख समुदाय की दो लड़कियों के जबरन धर्मांतरण का मुद्दा श्रीनगर से लेकर दिल्ली तक छाया हुआ है. घाटी में दो सिख लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया. इतना ही नहीं, जबरन बुजुर्ग से उन लड़कियों का निकाह भी करवा दिया गया. इस पूरे मामले पर देश के अलग-अलग हिस्सों से सिख समुदाय का गुस्सा सामने आया है. सबकी एक ही मांग है कि घाटी में सिखों की बेटियों का धर्म परिवर्तन बंद हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो. अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा था कि हम केंद्र की सरकार से आग्रह करते हैं कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अंदर धर्म परिवर्तन को लेकर कानून है, उस कानून को वहां भी तुरंत लागू किया जाए.
लेकिन इसके 24 घंटे बाद ही शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह ने कहा कि ‘क्या कानून बनाने से मुजरिम रुक जाता है. मेरे इस बात का जवाब दीजिए. हमें यहां भाईचारे के साथ रहना है. कानून बनने से कोई मुजरिम नहीं रुकता है’. यानी कल तक जिस जम्मू कश्मीर के लिए लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की मांग की जा रही थी, आज वहीं भाईचारे की बात हो रही है.