गाजियाबाद। भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद सजग और सतर्क दिखाई दिया। जहाँ समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों पर पुलिस ने सुबह से ही शिकंजा कस लिया जबकि सपा महिला सभा की महानगरीय सक्रिय दिखाई थी जिसने भारत बंद के आह्वान के अंतर्गत कई दुकानों को जाकर बंद कराया।
आज सुबह 7:00 बजे सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक के आवास पर पुलिस पहुंची और श्री मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मौके पर श्री मलिक ने कहा कि योगी सरकार उन्हें गिरफ्तार कर सकती है लेकिन उनकी आवाज नहीं दबा सकती। आज पूरा देश किसानों के पक्ष में आंदोलित है। जिसके चलते योगी और मोदी सरकार घबरा गई है। निश्चित रूप से अन्नदाता की आवाज देश के हर नागरिक तक पहुंच रही है और देश का हर व्यक्ति आज अन्नदाता के साथ खड़ा है। ऐसे में योगी सरकार पुलिस की लाठी के बल पर आंदोलन को दबाना चाहती है।
लेकिन भाजपा सरकार यह भूल गई है कि लाठी के जोर से तो अंग्रेज भी हिंदुस्तानियों को नहीं रोक सके थे। जिस तरह से देश आजाद हुआ था उसी तरह से भाजपा सरकार के शिकंजे से हम लोग संघर्ष करके मुक्त होंगे। आज अन्नदाता सड़कों पर लाठी खा रहा है और उनके हक की आवाज को बुलंद करने पर योगी सरकार सपाइयों को गिरफ्तार कर रही है। यह लोकतंत्र की हत्या है। योगी सरकार की पुलिस जितने चाहे जुल्म कर ले लेकिन समाजवादी पार्टी का हर सिपाही किसानों के लिए मैदान में उतर चुका है।
यह आर पार की लड़ाई है और किसी भी हाल में इस लड़ाई को बीच में नहीं छोड़ा जा सकता। सपा के सिपाही अपनी जान हथेली पर लेकर किसानों के लिए मैदान में आ चुके हैं। मोदी सरकार को किसानों पर थोपा गया काला कानून हर हाल में वापस लेना ही होगा।
वहीं भारत बंद के आह्वान के अंतर्गत सपा महिला सभा की महानगर अध्यक्ष किरण कालिया अपनी टीम के साथ क्षेत्र में निकली और दर्जनों दुकानें बंद करा दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मातृशक्ति पूरी तरह से किसान भाइयों के साथ है, क्योंकि इस आंदोलन में मातृशक्ति बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। एक ओर जहां वे खेतों में काम कर अपने घर के किसानों को आंदोलन में भेज रही हैं। वहीं आंदोलन स्थल पर पहुंच कर भी सेवा कर रहे हैं ऐसे में सपा महिला सभा खामोश नहीं बैठ सकती। मातृशक्ति और किसान भाइयों के सहयोग में महिला सभा की पूरी टीम लगातार सक्रिय है।