गाजियाबाद।सिहानी गेट कोतवाली क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन निवासी बिल्डर विक्रम त्यागी का 26 जून को हुए अपहरण के मामले में पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है कि मंगलवार की सुबह कार लेकर राजनगर एक्सटेंशन में ही रहने वाले किराना कारोबारी पराग घोष का भी पुलिस अभी तक कुछ पता नहीं लगा सकी है। उनका मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल जारी है। उधर कारोबारी का अभी तक कुछ पता नहीं चलने से परिजनों में कोहराम मचा है और वह किसी अनहोनी की आशंका के चलते डरे सहमे हैं। उनके घर रिश्तेदारों और मिलने जुलने वालों का तांता लगा हुआ है।
मूलरूप से पश्चिमी बंगाल के रहने वाले 46 वर्षीय पराग घोष यहां राजनगर एक्सटेंशन की आशियाना पॉम कोर्ट सोसायटी में परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने इंदिरापुरम क्षेत्र में किराना की फ्रेंचाइजी ले रखी है। उनकी पत्नी ऋचा घोष नोएडा की एक मल्टी नेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनका कहना है कि उनके पति पराग घोष बीते मंगलवार सुबह करीब 10 बजे काम के सिलसिले में कार लेकर घर से निकले थे। दोपहर के बाद उन्होंने पति को फोन किया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इस पर उन्हें हर संभव जगह तलाश किया गया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
तहरीर के आधार पर सिहानी गेट पुलिस ने बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कर कारोबारी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि कारोबारी की तलाश में पुलिस टीम के साथ क्राइम ब्रांच भी लगी हुई है। छानबीन में पता चला है कि कारोबारी के एटीएम से इंदिरापुरम से 47 हजार रुपए निकले हैं। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। कारोबारी का जल्द ही पता लगा लिया जाएगा।