लखनऊ :- इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर जेल से रिहा किए गए डॉ. कफील खान के मामले में सियासत तेज हो गई है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुट गए हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसका स्वागत करते हुए सांसद आजम खान को भी अब जल्द न्याय मिलने की उम्मीद जतायी है।
अखिलेश ने बुधवार को कहा कि हाईकोर्ट द्वारा डॉ. कफील की रिहाई के आदेश का देश-प्रदेश के हम सभी इंसाफपसंद लोगों ने सहर्ष स्वागत किया है। उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाये गये आजम खान को भी शीघ्र ही न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि सत्ताधारियों का अन्याय व अत्याचार हमेशा नहीं चलता। पार्टी की ओर से कहा गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट से डॉ. कफील खान की तुरंत रिहाई का आदेश दमनकारी और अत्याचारी सत्ता के मुंह पर करारा तमाचा है। दंभी भूल जाते हैं न्यायालय खुले हैं इंसाफ के लिए। राजनीतिक लाभ और नफरत की राजनीति के तहत कार्रवाई करने वाले सीएम माफी मांगे।
उधर कांग्रेस की सियासत भी इस मामले को लेकर तेज हो गई है। पार्टी ने इसे न्याय की जीत बताया है। पार्टी नेता डॉ. कफील की रिहाई को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र का भी हवाला दे रहे हैं। मंगलवार देर रात डॉ. कफील खान के मथुरा जेल से रिहा होकर बाहर आने के बाद कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर सहित अन्य लोग भी वहां मौजूद रहे। प्रदीप माथुर ने कहा कि डॉ. कफील ने मथुरा जेल से निकलते ही कहा राधे राधे। उन्होंने न्याय पालिका पर विश्वास व्यक्त किया तथा प्रियंका गांधी की प्रशंसा की। बिहार के बाढ़ पीड़ितों की चिंता व कोरोना वॉरियर बनने की ख्वाहिश जताई।
डॉ. कफील ने सरकार से मांग की है कि उन्हें उनकी नौकरी वापस दी जाए जिससे वह लोगों की इलाज से मदद कर सकें। वह बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों की मदद करना चाहते हैं, क्योंकि बाढ़ के दौरान इन इलाकों में बीमारियां ज्यादा फैलती हैं।
उल्लेखनीय है कि डॉ. कफील खान को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनआरसी और एनपीए के विरोध के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।