गाजियाबाद। इन दिनों लगातार त्योहार मनाए जा रहे हैं हालांकि सोशल डिस्टेंस के चलते त्योहारों का मजा सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों तक ही सीमित हो गया है लेकिन फिर भी त्यौहार तो त्यौहार ही होते हैं। ऐसे में निश्चित रूप सोशल मीडिया पर लोग जिस तरह से एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं, वह काफी उत्साहजनक है। लेकिन इसी उत्साह नहीं भाजपा के कुछ लोग अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही बधाई देना भूल गए।

अगर ऐसे देश को अकेले बधाई देना भूल जाते तो बात समझ में आती लेकिन सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट में भाजपा के पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक को लगातार कई त्योहारों की एक साथ बधाई दे डाली। परंतु भाजपा के जिम्मेदार पदाधिकारी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही बधाई देना ही भूल गए, जिसका प्रमाण यह है कि उस पोस्ट में पोस्टर डाला गया था जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का फोटो नदारद पाया गया। जबकि इसके अलावा एक अन्य पोस्टर भी जारी किया गया है जिसमें संगठन मंत्री की फोटो पर विवाद हुआ है जबकि किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजा वर्मा के कद को भी चुनौती दी गई है।
इस संबंध में भाजपा के एक नेता का कहना है कि ये क्रासिंग मंडल के अध्यक्ष और महामंत्री हैं। जिन्हें यह नही पता कि प्रोटोकॉल के अनुसार प्रधानमंत्री के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का सबसे पहले फोटो लगता। उसके बाद किसी और का फोटो लगाया जाता है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का फोटो लगाना तो दूर की बात है उनका तो फोटो बैनर से ही गायब कर दिया। क्या मंडल अध्यक्ष को ये पता है कि प्रोटोकॉल क्या होता हैं। यही नहीं भाजपा नेता ने कहा कि एक अन्य पोस्टर में भी इसी तरह की अनुशासनहीनता और घोर लापरवाही है।
जहां भाजपा नेता ने महानगर और जिला संगठन से कुछ तीखे सवाल भी किए हैं उन्होंने सवाल किया है क्या विधायक एवम राज्यमंत्री प्रतिनिधि को भी पता नही हैं संगठन महामंत्री का फोटो बैनर में नही लगाया जाता है। क्या पिछले 5 वर्षों से प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा राजा वर्मा से बड़ा कद हैं प्रशांत चौधरी का। क्या बैनर बनाने पोस्ट करने से पहले संघठन चलाने वालों से अप्रूवल नहीं लेते हैं।
गौरतलब है कि इन मामलों ने पार्टी में जबरदस्त चर्चा हासिल कर ली है। अब बात यहां तक पहुंच चुकी है कि इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट लेकर लखनऊ और दिल्ली के बड़े पदाधिकारियों एवं नेताओं को भेजे जा रहे हैं।