आपातकाल इतिहास के पन्नों का काला अध्याय, देश से माफी मांगे कांग्रेस: बीएल वर्मा

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आपातकाल इतिहास के पन्नों का काला अध्याय, देश से माफी मांगे कांग्रेस: बीएल वर्मा

कहा- तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगाया था आपातकाल

झांसी, 27 जून (हि.स.)। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि 25 जून को आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण हो गये है। भारतीय इतिहास के पन्नों में यह एक ऐसा काला अध्याय है जो इतिहास से कभी मिटाया नहीं जा सकता। आज की कांग्रेस के नेताओं को पूर्व में की गयी गलतियों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री वर्मा शुक्रवार को यहां स्थानीय भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने केवल इसलिए आपातकाल लगाया क्योंकि उनकी कुर्सी खतरे में थी। 6 वर्षों तक न्यायालय ने चुनाव न लड़ने का आदेश दिया था। देश को कोई खतरा नहीं था। आपातकाल लगाने के लिए किसी मंत्री परिषद की बैठक भी नहीं की गई। लगभग 21 महीने देश में आपातकाल रहा। विरोध करने वाले सभी दलों के नेताओं को जेल में डालने से लेकर यातनाओं की घटनाएं भी हुईं। जाने कितने अविवाहित लोगों की नसबंदी कराई गई। इसे केवल राजनेताओं तक नहीं रखा।

केंद्रीय मंत्री वर्मा ने कहा कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया गया, प्रेस की आजादी पर ताला लगाया गया। इंडियन एक्सप्रेस में डेढ़ वर्ष तक पेज खाली रहा। बाबा साहब के बनाए संविधान की हत्या करने का काम किया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिनके पूर्वजों को कांग्रेस ने जेल भेज दिया था, वे उन्हीं की गोद में बैठकर इंडी गठबंधन की बात करते हैं। देश के संविधान हितैषियों को चाहिए कि जो संविधान को बदलने की बात करते हैं, उन्हें आईना दिखाने व नई पीढ़ी को इसकी जानकारी देने की आवश्यकता है। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि अस्पतालाें से टीका लगाने वाला भी जब पहुंचता था तो गांवों में भगदड़ मच जाती थी। वे भी आपातकाल के प्रत्यक्षदर्शी हूं। वे उस समय इंटरमीडिएट के विद्यार्थी थे। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने संभवतः संविधान पढ़ा भी नहीं होगा। खड़गे ने तो आपातकाल देखा लेकिन उस पर बोलने की हिम्मत नहीं जुटाते हैं।

पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा, सांसद अनुराग शर्मा, सदर विधायक रवि शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, एमएलसी रमा निरंजन, एमएलसी डाॅ. बाबूलाल तिवारी, एमएलसी रामतीर्थ सिंघल, महानगर जिलाध्यक्ष हेमन्त परिहार, ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रदीप पटेल, सरकारी बैंक के चेयरमैन जयदेव पुरोहित, संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह शैली एवं जितेंद्र खरे, मीडिया प्रभारी सहजेंद्र सिंह बघेल एवं सहमीडिया प्रभारी सौरभ मिश्रा मौजूद रहे।

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