याेग से शारीरिक मजबूती, मानसिक शांति और आत्म अनुशासन की भावना का हाेता है विकास

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याेग से शारीरिक मजबूती, मानसिक शांति और आत्म अनुशासन की भावना का हाेता है विकास

पश्चिम सिंहभूम, 21 जून (हि.स.)। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को चाईबासा स्थित संप्रेषण गृह, छाया बालिका गृह और बाल कुंज में विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के दिशा-निर्देश पर एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा मोहम्मद शाकिर के आदेशानुसार तथा सचिव रवि चौधरी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इस वर्ष योग दिवस की थीम योग एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बच्चों को न केवल योगाभ्यास कराया गया बल्कि उन्हें योग के महत्व और स्वास्थ्य से जुड़े विविध पहलुओं की जानकारी भी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि नियमित योगाभ्यास से शारीरिक मजबूती, मानसिक शांति और आत्मअनुशासन की भावना का विकास होता है।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया कि अलग-अलग योगासन कैसे शरीर की विभिन्न समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। साथ ही यह भी समझाया गया कि योग कब और कैसे करना चाहिए, और इसके लिए स्थान का वातावरण कैसा होना चाहिए।

इस अवसर पर सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा सह अधीक्षक, संप्रेषण गृह खुशेन्द्र केसरी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनीता तिवारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार की पारा विधिक स्वयंसेवक (पीएलवी) रेणु देवी उपस्थित रहीं। इन सभी के मार्गदर्शन में बच्चों ने उत्साह के साथ योगाभ्यास किया और जीवन में योग को अपनाने का संकल्प लिया।

इस आयोजन ने बच्चों को योग के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी और उन्हें मानसिक सशक्तिकरण का मार्ग भी दिखाया।

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