हरियाणा के नारनौल क्षेत्र में नेशनल हाईवे 148 बी पर एक गंभीर सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें एक ट्रक चालक की जान चली गई। यह हादसा तब हुआ जब एक तेज रफ्तार ट्रक अगले चल रहे ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था। घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए कोटपुतली, राजस्थान के अस्पताल भेजा गया। फिर पहचान के बाद, शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
घटना के संबंध में शिकायत नांगल चौधरी थाना में दर्ज कराई गई, जहां बानसुर निवासी बिंटू रावत ने पुलिस को बताया कि वह ट्रक में हैल्पर का काम करता है। बीती रात, वह और उसका साथी दयाराम पाटन से रोड़ी की लदाई करके गुरुग्राम की ओर जा रहे थे। रावत ने बताया कि उसे शाम को घर पर कुछ काम होने की वजह से नांगल चौधरी के पास बाईपास पर स्थित एक होटल पर उतार दिया गया। कुछ समय बाद, रात करीब 2:45 बजे, उसने देखा कि एक तेज रफ्तार ट्रक होटल के सामने से निकल रहा था और उसी समय पीछे एक अन्य ट्रक भी उसी दिशा में चल रहा था।
इस दौरान, पिछले ट्रक का चालक मुख्य ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश करते समय लापरवाही बरत रहा था। यह लापरवाही दोनों ट्रकों की आपस में भिड़ंत का कारण बनी। भिड़ंत के परिणामस्वरूप, ट्रक का चालक, अनिल कुमार, जो राजस्थान के मिलकपुर का निवासी था, गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे में ट्रक की बॉडी बुरी तरह से पिचक गई थी, जिससे उसे बाहर निकालना कठिन हो गया। तुरंत उन्हें नांगल चौधरी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चूँकि उनकी स्थिति गंभीर थी, उन्हें रेफर कर दिया गया।
कोटपुतली अस्पताल में भी चिकित्सकों ने अनिल कुमार की स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें आगे जयपुर रेफर कर दिया। दुखदायी रूप से, शाहपुरा के पास जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। यह हादसा न केवल एक जीवन का अंत है, बल्कि उस परिवार के लिए भी एक गहरा आघात है, जिसने अपने प्रिय को खो दिया। इस दुर्घटना के संदर्भ में नांगल चौधरी पुलिस ने लापरवाही से ड्राइविंग करने वाले ट्रक के चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस दुर्घटना ने सड़क पर सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग के महत्व को एक बार फिर से रेखांकित किया है। ऐसे हादसे न केवल लोगों की जान लेते हैं, बल्कि परिजनों के जीवन में भी गहरा खालीपन छोड़ देते हैं। इस प्रकार के मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा उपायों को लागू करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में किसी की जान न जाए।