Ghaziabad : राशिद- राहुल की जोड़ी ने जोड़ दिया सपा का बिखरता कुनबा

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गाजियाबाद :- जिस तरह से समाजवादी पार्टी में स्थानीय स्तर पर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला उसके बाद कहा जा रहा था कि यह लड़ाई सड़क से लेकर लखनऊ तक जंगल की आग की तरह फैल जाएगी लेकिन समय रहते हुए ही जिस तरह से जिलाध्यक्ष राशिद मलिक और महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने समझदारी का परिचय दिया वह निश्चित रूप से काबिले तारीफ है दरअसल असंतुष्ट लोगों को संतुष्ट कर सपा कुनबे को एक बार फिर एकजुट करना एक बड़ी चुनौती थी लेकिन सपा के दोनों ही अनुभवी पदाधिकारियों ने बेहद सतर्कता और संयम से काम लेते हुए नासिर असंतुष्ट लोगों को संतुष्ट किया बल्कि मतभेद और मनभेद भी खत्म कर डालें।

इस संबंध में जिलाध्यक्ष राशिद मलिक ने कहा कि कभी-कभी उत्तेजना बस कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं जो नहीं होना चाहिए लेकिन हम सब लोग समाजवादी विचारधारा के सच्चे सिपाही हैं। व्यक्तिगत रूप से जिस बात का हमेशा ख्याल रखते हैं कि उनके किसी वक्तव्य से किसी भी व्यक्ति को दुख ना पहुंचे। हम लोगों के बीच संवाद हीनता के चलते छोटी मोटी समस्या हो गई थी जिन्हें आपस में बैठकर सुलझा लिया गया है। पार्टी का लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनाव है जहां भाजपा की धोखेबाज सरकार को उखाड़ फेंकना है। इसके लिए जनता पूरी तरह से समाजवादी पार्टी के साथ है। अब हमें पार्टी स्तर पर और अधिक मेहनत करनी है। संगठन को मजबूत बनाना है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी जोरदार वापसी करते हुए पूर्ण बहुमत से सरकार बना सके।

वही इस संबंध में महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने कहा कि यह वक्त पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आवाज उठाने का है। आपस में छोटी मोटी गलतफहमी हो गई थी, महानगर अध्यक्ष होने के नाते उनकी जिम्मेदारी है कि सारी चीजों को बेहतर तरीके से हैंडल किया जाए। समाजवादी पार्टी में किसी प्रकार का कोई भी मनमुटाव या मतभेद नहीं है। पूरी पार्टी एकजुट है और भाजपा के खिलाफ हल्ला बोलने की तैयारी कर रही है।

गौरतलब है कि जिस तरह से राशिद और राहुल की जोड़ी ने मिलकर सारे मामले को संभाला वह बेहद सटीक रणनीति के चलते हुआ है। अब देखना है कि पार्टी से निष्कासित सदस्यों को कब तक पार्टी में वापस जोड़ा जाता है।।