डॉक्टरी छोड़ बनीं एक्ट्रेस: भूमिका मीना ने सेक्स वर्कर का रोल समझने के लिए रेड लाइट एरिया पहुंचीं!

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भूमिका मीना, जो कि इंडस्ट्री की एक उभरती हुई प्रतिभा मानी जाती हैं, वर्तमान में अमेजन MX प्लेयर के शो ‘चिड़िया उड़’ में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। इस शो में उन्हें जैकी श्रॉफ, मीता वशिष्ठ और सिकंदर खेर जैसे प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला है। भूमिका ने अपने करियर की यात्रा और एक्टर बनने के लिए तैयारी के बारे में दैनिक भास्कर से बात की। उनके किरदार की गहराई और भूमिका को निभाने में आई चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की।

भूमिका ने बताया कि उनके लिए एक्टर बनने की यात्रा बहुत पहले से शुरू हो गई थी, जब उन्होंने यह तय किया था कि उन्हें एक्टिंग में करियर बनाना है। उन्होंने बैकअप प्लान पर ध्यान नहीं दिया और केवल एक्टिंग की ओर ध्यान केंद्रित किया। उनके किरदार ‘सहर’ की तैयारी के लिए उन्होंने गहन रिसर्च की, जिसमें उन्होंने कमठीपुरा का दौरा भी किया, हालांकि कोविड के कारण उन्हें ऑन-फील्ड अनुसंधान में बाधा का सामना करना पड़ा। इस भूमिका को निभाने के लिए डिजिटल रिसर्च और डॉक्यूमेंट्रीज़ की मदद ली, साथ ही उन्होंने अपनी मां से भी कई कहानियाँ सुनीं। भूमिका ने खुलासा किया कि नए चुनौतीपूर्ण रोल निभाने में उन्हें उत्साह मिला और इसी कारण उन्होंने अपनी यात्रा को आगे बढ़ाया।

जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने अभिनेता बनने का निर्णय कब लिया, तो भूमिका ने कहा कि उनका सपना हमेशा एक्टर बनने का था, लेकिन जयपुर में लोगों की सोच के कारण वह इस दिशा में एक कदम नहीं बढ़ा सकीं। उनका परिवार डॉक्टर है और उन्होंने मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का विकल्प चुना। लेकिन दिल्ली में आकर स्वतंत्र महसूस करने के बाद, उन्होंने तय किया कि उन्हें अपने सपनों का पीछा करना चाहिए। गौरतलब है कि उनके एम्बिशन को लेकर उन्हें विपश्यना में जाकर स्पष्टता मिली, जिसने उन्हें थियेटर को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित किया।

मुंबई आने के बाद, भूमिका को प्रारंभिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने सीमित संसाधनों के साथ शुरुआत की और सभी कठिनाइयों के बावजूद ये सुनिश्चित किया कि वह अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ती रहें। उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने मुंबई को अपनी जगह मान लिया और हर परिस्थिति का सामना करते रहे। ऐसे ही संघर्षों के बाद, साढ़े तीन साल बाद उन्हें उनकी पहली शॉर्ट फिल्म ‘चूहेदानी’ मिली।

भूमिका ने अंत में बताया कि उन्हें अपने करियर के लिए बहुत उम्मीदें हैं और उनका सपना बड़ा है। ‘चिड़िया उड़’ ने उन्हें एक नया मंच दिया है और वह अपने भविष्य को शानदार बनाना चाहती हैं। उनका मैसेज है कि किसी को भी अपने सपनों का पीछा करने से पीछे नहीं हटना चाहिए, और वह अगले प्रोजेक्ट के लिए बेहद उत्साहित हैं। उनके इस हौसले और मेहनत की वजह से ही वह इस इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल रही हैं।