अशोक सिंघल काे भारतीय संस्कृति के सम्वाहक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा : अम्बरीश सिंह

Share

उन्होंने कहा कि उनका जीवन सनातन व हिंदुत्व के संरक्षण में ही बीता। वह कुशल नेतृत्व कर्ता एवं सभी कार्यकर्ताओं के प्रेरणा स्रोत के रूप में याद किए जाते रहेंगे। उन्होंने हिंदू धर्म एवं संस्कृति का ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं होगा जिसके लिए कार्य नहीं किया। चाहे वह वेदों के प्रचार-प्रसार का हो, गौ माता के संवर्धन संरक्षण का विषय हो, या सामाजिक समरसता के लिए सभी मत पंथ, संप्रदाय के धर्म गुरुओं को एक मंच पर लाना। धर्मांतरण के खिलाफ अनेकों सेवा के केंद्र प्रारम्भ करने काश्रेय अशोक सिंघल को ही जाता है। गंगा की निर्मलता का विषय उन्होंने अपने पूरी जीवन काल में प्रमुखता से उठाते रहे। आज उनके किए गए प्रयास श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण रामसेतु की रक्षा, अनेक प्रदेशों में धर्मांतरण के खिलाफ कानून, गौ माता की रक्षा के लिए कानून, मंदिरों के अधिग्रहण पर कानून आज हम सबको उनके प्रयास का प्रतिफल दिख रहा है।

इस मौके पर विहिप के प्रान्त कार्यालय केसर भवन में सुन्दर कांड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यकर्ताओं के साथ वरिष्ठ पदाधिकारी एवं वेद विद्यार्थी शामिल रहे। इसके उपरांत हवन का कार्यक्रम हुआ और अशोक सिंघल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रांत उपाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, प्रांत मंत्री गौ रक्षा लालमणि तिवारी, प्रांत कार्यालय प्रमुख सुनील रघुवंशी, कमला मिश्रा, अंशुमान, विमल प्रकाश, अनिल पांडे, अमित पाठक, आद्याशंकर मिश्र, शुभम कुशवाहा, भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी पवन श्रीवास्तव, श्याम चंद्र, अनुराग संत, लवलेश बजरंगी, शिवम द्विवेदी, मोहनलाल पटेल, रवि तिवारी बादल आदि उपस्थित रहे।