इंदौरः कलेक्टर ने राजवाड़ा पहुंचकर स्वदेशी से खुशहाली के संदेश का किया प्रसार

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इंदौर, 20 अक्टूबर । मध्य प्रदेश के इंदौर में दीपावली पर्व की रौनक के बीच शहर के ऐतिहासिक राजवाड़ा क्षेत्र में सोमवार को एक विशेष दृश्य देखने को मिला। कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव के साथ राजवाड़ा पहुंचे और फुटपाथ पर दुकान लगाकर बैठे छोटे-छोटे दुकानदारों से दीये एवं दीपावली की अन्य सामग्रियां खरीदीं। इस अवसर पर उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने का संदेश दिया और डिजिटल भुगतान के माध्यम से दुकानदारों को प्रोत्साहित किया। उनका यह कदम छोटे व्यवसायियों के प्रति संवेदनशीलता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में सराहनीय पहल के रूप में रहा है।

कलेक्टर वर्मा ने कहा कि छोटे व्यापारियों से खरीददारी कर हम न केवल अपनी परंपरा को जीवित रखते हैं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देते हैं। इस दौरान कलेक्टर वर्मा के साथ एडीएम रोशन राय तथा एसडीएम प्रदीप सोनी भी मौजूद थे। इस दौरान लोगों में भी उत्साह का माहौल देखने को मिला और कई नागरिकों ने भी स्वदेशी दीये खरीदने का संकल्प दोहराया। दीपावली पर इस तरह का प्रेरणादायी संदेश पूरे शहर में ‘स्थानीय से वैश्विक’ की भावना को मजबूत कर रहा है।

बच्चों संग दीपावली… खुशियों संग संवेदना

दीपावली का पर्व रोशनी, उम्मीद और आपसी अपनत्व का प्रतीक है। इस भावना को साकार करते हुए इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने दीपावली का पर्व विशेष रूप से मनाया। सोमवार को वे राजकीय बाल संरक्षण आश्रम पहुंचे और बच्चों के साथ दीपावली मनाई। यहां उन्होंने बच्चों से आत्मीय मुलाकात की, उनके साथ दीपक जलाए, पटाखे फोड़े, मिठाई बांटी और उपहार वितरित किए। बच्चों के चेहरों पर आई खुशी और उत्साह ने माहौल को और भी उल्लासमय बना दिया।

इस अवसर पर कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि राजकीय बाल संरक्षण आश्रम में बच्चों के संग दीपावली मनाकर एक अलग तरह की खुशी और आनंद की अनुभूति हो रही है। इन मासूम चेहरों पर मुस्कान देखकर मन गदगद हो उठा। मैंने बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उन्हें दीपावली पर्व का महत्व भी समझाया। उन्होंने इंदौर के नागरिकों को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्यौहार सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और प्रकाश लेकर आए।

कर्मचारियों के साथ भी मनाई दीपावली

राजकीय बाल संरक्षण आश्रम में बच्चों संग दिवाली मनाने के बाद वे आकस्मिक रूप से कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों और अन्य कर्मचारियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मिठाई बांटकर और आत्मीयता से बातचीत कर त्यौहार की खुशियों में सभी को शामिल किया। कलेक्टर की यह अनूठी पहल न केवल सामाजिक संवेदनशीलता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि दीपावली का असली अर्थ दूसरों के जीवन में खुशियों के दीप जलाना है।