जेपी के आह्वान से भयभीत इंदिरा गांधी ने लगाया था आपातकाल : कर्मवीर सिंह

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जेपी के आह्वान से भयभीत इंदिरा गांधी ने लगाया था आपातकाल : कर्मवीर सिंह

रांची, 25 जून (हि.स.)। भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने संविधान हत्या दिवस पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद किया। प्रदेश कार्यालय में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

सिंह ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले से इंदिरा गांधी की सांसद के रूप में सदस्यता समाप्त हो चुकी थी। उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए था लेकिन इंदिरा गांधी ने न सिर्फ न्यायालय के आदेश की अवमानना की बल्कि देश के संविधान को ही कुचल डाला। उन्होंने कहा कि 25 जून को दिल्ली के रामलीला मैदान में देशभर से जुटे लाखों लोकतंत्र सेनानियों को संबोधित करते हुए जेपी ने आह्वान किया था कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है, लेकिन आधी रात को देश में एक काले अध्याय की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि आज संविधान बचाने की दुहाई देने वाली कांग्रेस ने लोकतंत्र की सारी मर्यादाओं को तार तार किया है।

उन्होंने कहा कि देश को याद है कि 25 जून 1975 को दिल्ली में ही ऐतिहासिक सभा के बाद 21 महीनों तक देश की जुबान को आपातकाल के माध्यम से कुचल दिया गया था। कोई राजनीतिक सभा इस दौरान नहीं हो सकती थी।

उन्होंने कहा कि भारत की जनता प्राचीन काल से लोकतंत्र प्रेमी है। यह देश लोकतंत्र की जननी है इसे कोई कुचलने में कभी सफल नहीं हो सकता। भारत की जनता कुचलने वाले को सबक सिखाना जानती है।

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