खरड़ में कश्मीरी छात्रों से टकराव: पुलिस करेगी निगरानी, विशेष व्हाट्सएप ग्रुप बनेगा!

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जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद समाज में आक्रोश फैल गया है। इस बीच कुछ लोग जानबूझकर कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाकर माहौल को और खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कश्मीरी छात्रों को इस हमले का जिम्मेदार ठहराने वाली घटनाओं की जानकारी मिल रही है, जिससे उनकी सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसा ही एक मामला पंजाब के मोहाली जिले के खरड़ क्षेत्र में सामने आया है, जहां कुछ कश्मीरी छात्रों को स्थानीय लोगों की हिंसा का सामना करना पड़ा। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कदम उठाते हुए छात्रों के साथ बातचीत की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

पुलिस के अधिकारियों ने स्थानीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से संपर्क कर छात्रों के लिए सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित किए हैं। एसएसपी दीपक पारीक ने बताया कि जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में पीसीआर वैन तैनात की गई है, ताकि छात्रों को किसी भी आपात स्थिति में सहायता मिल सके। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि छात्रावासों और अन्य क्षेत्रों में नियमित पुलिस गश्त जारी रहे। पुलिस ने इस बात पर भी ध्यान दिया है कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।

मोहाली के एक निजी शिक्षण संस्थान में कश्मीरी छात्रों के साथ क्रिकेट मैच के दौरान हुई झड़प ने भी स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया है। छात्रों के बीच इस विवाद के दौरान कश्मीरी छात्रों को धमकाया गया और उनकी सुरक्षा को खतरे में डाला गया। पुलिस ने इस मामले में त्वरित प्रतिक्रिया दी और घटना को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया। पुलिस ने स्थानीय समुदाय से अपील की है कि वे किसी भी भावनात्मक उन्माद से बचें और एकजुटता का परिचय दें।

इस बीच, कश्मीरी छात्रों के साथ हुई घटनाओं पर NSUI के पंजाब अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह ने भी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने एक छात्रा से मुलाकात की, जिसने बताया कि हमले के बाद से उसकी स्थिति में बदलाव आया है और उसे गाली-गलौच का सामना करना पड़ा। चूंकि स्थानीय लोग उसके कमरे का दरवाजा खटखटा रहे थे, इससे उस व्यक्ति में डर का माहौल बढ़ गया। पुलिस ने छात्राओं को आश्वासन दिया है कि उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा और किसी को भी हिंसा का सहारा लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

पुलिस द्वारा स्थापित किए गए संयुक्त व्हाट्सएप ग्रुप और 112 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से छात्रों को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि वे जहां कहीं भी हों, उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह कदम छात्रों को सुरक्षा का अनुभव देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी तात्कालिक समस्या का समाधान तुरंत हो सके। पुलिस की कोशिशों से यह स्पष्ट है कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा एवं दुराचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने हेतु इस विषय पर संज्ञान लिया गया है।