नमस्कार, आज हम चर्चा करेंगे कल की प्रमुख खबरों की, जिनमें से एक महत्वपूर्ण खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर दौरे से जुड़ी है। इसके अलावा ओडिशा में हुए एक रेल हादसे के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में 34 मिनट का भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने RSS को अमर संस्कृति का वट वृक्ष बताया और कहा कि स्वयंसेवकों के लिए सेवा ही जीवन है। उनका यह दौरा बतौर प्रधानमंत्री पहला था। इससे पहले, मोदी 2013 में लोकसभा चुनाव के लिए एक बैठक में नागपुर आए थे। चार घंटे के इस दौरे के बाद, वे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंचे, जहां उन्होंने 33,700 करोड़ रुपये के 22 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
उधर, ओडिशा के कटक में बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस का एक हादसा हो गया, जिसमें ट्रेन के 11 एसी कोच पटरी से उतर गए। इस घटना में एक यात्री की जान गई और आठ अन्य घायल हुए। इस रेल हादसे के कारण तीन ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जनवरी में जलगांव में हुए एक रेल हादसे में भी कई लोगों की मौत हुई थी। बेंगलुरु-कामाख्या सुपरफास्ट एक्सप्रेस 52 घंटे 55 मिनट में बेंगलुरु से गुवाहाटी की 3,000 किलोमीटर की यात्रा करती है।
दूसरी ओर, रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर प utin के काफिले की एक कार में ब्लास्ट की घटना सामने आई है। यह धमाका खुफिया एजेंसी FSB के मुख्यालय के पास हुआ। इस विस्फोट के समय कार काफिले में नहीं थी, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह साजिश थी या दुर्घटना। पुतिन अक्सर इसी कार का इस्तेमाल करते हैं, जिसे रूस में ही निर्मित किया गया है और इसकी कीमत लगभग 3.4 करोड़ रुपये है।
इसके साथ ही, म्यामार में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। रविवार को 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। पिछले तीन दिनों में यहां चार भूकंप आ चुके हैं, जिससे 1644 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत कार्यों के तहत भारत ने म्यामार में आवश्यक वस्तुएं भेजी हैं, जिसमें टेंट, खाने-पीने की सामग्री, दवाइयां और सोलर लैंप शामिल हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के गोपालगंज में एक रैली के दौरान लालू यादव पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव के शासनकाल में बिहार में अपहरण, हत्या और घोटालों का बोलबाला था। शाह ने कहा कि यदि एनडीए एक बार फिर सत्ता में आती है, तो बिहार को बाढ़ मुक्त बनाएंगे। इस वक्त बिहार में विधानसभा चुनावों की आहट है, जिसका असर जल्द ही राजनीतिक मैदान में देखने को मिलेगा।
इन सभी घटनाओं और समाचारों के माध्यम से यह स्पष्ट हो रहा है कि देश और दुनिया में गतिविधियाँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। अर्थात, हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है और अपडेट रहने की चुनौतियों का सामना करना होगा।