अमृतसर | डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य सोसायटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विचार-विमर्श और समीक्षा की गई। साक्षी साहनी ने जानकारी दी कि एनसीडी कैंपेन के अंतर्गत अमृतसर ने पंजाब में पहले स्थान पर अपनी स्थिति बनाई है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है।
डिप्टी कमिश्नर ने निर्देश दिए कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए स्कूलों में पीटी मीटिंग के दौरान बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कराई जाए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पीटी मीटिंग के दिन विशेष रूप से स्कूलों में स्वास्थ्य चेकअप कैंप स्थापित किए जाएं, ताकि बच्चों को समय पर आवश्यक चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
साक्षी साहनी ने कहा कि मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जाने चाहिए। यह पहल न केवल मरीजों को उनके इलाज में सहायता करेगी, बल्कि उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, टीबी कैंपेन के सभी निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने का भी संकेत दिया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यक्रम सफलतापूर्वक लागू हो।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि तंबाकू-मुक्त गांवों की संख्या को बढ़ाने की जरूरत है। यह स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ-साथ लोगों के बीच तंबाकू उपयोग के दुष्प्रभावों को कम करने में सहायता करेगा। अंततः, ड्रग ब्रांच के अंतर्गत मेडिकल स्टोर्स की चेकिंग को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया, जिससे कि मेडिकल की गुणवत्ता और इसकी पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. नीलम भगत और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भारती धवन भी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने बैठक में अपने विचार साझा किए और स्वास्थ्य पहलुओं को सुदृढ़ बनाने के लिए समर्पण व्यक्त किया। यह बैठक आने वाले समय में जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।