पंजाब के फाजिल्का जिले के मूल्यांवाली गांव में एक साल पुरानी रंजिश का खौफनाक परिणाम सामने आया है। हाल ही में गांव में आयोजित एक खेल टूर्नामेंट के दौरान एक युवक बिन्दर कुमार पर कुछ आरोपियों ने धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। इस हमले में बिन्दर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, और उन्हें तुरन्त सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की सूचना पुलिस को भी दे दी है, ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके।
हमले का कारण पिछले साल हुई एक घटना बताई जा रही है, जिसमें कुछ युवकों ने बिन्दर के कमरे में जबरन ट्रैक्टर घुसेड़ दिया था। बिन्दर ने बताया कि उन युवकों ने ट्रैक्टर के रेडिएटर को तोड़ डाला था और इसके बाद उनके भाई की भी पिटाई कर दी थी। इस घटना के बाद, बिन्दर ने भी अपने बचाव में उन लोगों को पीटा था। इस विवाद को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों ने पंचायत के माध्यम से समझौता कर लिया था, लेकिन आरोपियों ने बिन्दर को धमकी दी थी कि वह उसे छोड़ेंगे नहीं और बदला लेंगे।
बिन्दर ने एक बार फिर आरोपियों की धमकी को नजरअंदाज़ किया और हाल ही में गांव में चल रहे टूर्नामेंट में हिस्सा लेने गए। वहां जब आरोपियों ने उन्हें अकेला पाया, तो उन्होंने उस पर धावा बोल दिया। वारदात के दौरान आरोपियों ने बिन्दर के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया और उसे लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा। इस हमले की सूचना जब बिन्दर के दोस्तों को मिली, तो उन्होंने तत्काल उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंचाया।
अभी बिन्दर अस्पताल में भर्ती हैं और अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को पूरी जानकारी दी है। अब मामले की जांच शुरू हो गई है, और पीड़ित के साथ-साथ उसके परिवार को न्याय की उम्मीद है। यह घटना न केवल उस गांव में बल्कि पूरे इलाके में सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। लोगों में भय और चिंता का माहौल है और वे ऐसी घटनाओं के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने न केवल बिन्दर के जीवन को खतरे में डाला है, बल्कि यह गांव के युवाओं के बीच आपसी संबंधों में भी तनाव उत्पन्न कर सकता है। स्थानीय प्रशासन को जल्द ही इस मुद्दे पर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। स्थानीय लोग अब अपने खुद की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और चाहते हैं कि इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।