पंजाब निकाय चुनाव: 2231 नामांकन दाखिल, आज स्क्रूटनी; 5 पटियाला में निर्विरोध विजेता!

Share

पंजाब में आगामी 21 दिसंबर को पांच नगर निगमों के लिए चुनाव आयोजित होने जा रहे हैं, जिसमें 2231 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। चुनावी प्रक्रिया की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है और आयोग ने आज 44 नगर परिषदों के लिए आवश्यक जानकारी जारी करने की योजना बनाई है। नामांकन पत्रों की जांच का कार्य भी आज किया जाएगा और इसे लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने वीडियोग्राफी कराने का आदेश जारी किया है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 14 दिसंबर निर्धारित की गई है, वहीं चुनाव चिन्हों का आवंटन भी उसी दिन किया जाएगा।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अमृतसर से 709, जालंधर से 448, लुधियाना से 682, फगवाड़ा से 219 और पटियाला से 174 लोगों ने अपने नामांकन पत्र जमा किए हैं। इस प्रक्रिया के दौरान कुछ स्थानों, जैसे पटियाला और जीरा में, पुलिस कार्रवाई पर मनमानी के आरोप लगे हैं, जिसके चलते मामला राज्यपाल और हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने अंतिम समय में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिसमें पटियाला के 55 वार्डों और फगवाड़ा के 50 वार्डों में से केवल 9 उम्मीदवार शामिल हैं। जालंधर के 81 वार्डों में 31 उम्मीदवार खड़े किए गए हैं। आम आदमी पार्टी ने भी पटियाला में पांच उम्मीदवारों के निर्विरोध चुनाव की बात कही है।

चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने 22 IAS अफसरों को नियुक्त किया है। ये अधिकारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक संबंधित क्षेत्रों में तैनात रहेंगे। हालांकि, इस बार चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का उपयोग किया जाएगा, क्योंकि कुछ पूर्व पंचायत चुनावों में मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ के मामले सामने आए थे। अब 5 निगमों के लिए कुल 37 लाख 32 हजार मतदाताओं के वोट डालने की उम्मीद है, जिनमें 19.5 लाख पुरुष और 17 लाख महिलाएं शामिल हैं।

मतदान का समय इस बार सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रहेगा, जिसे पहले 8 से 4 बजे तक रखा जाता था। चुनाव के बाद नगर निगमों के लिए 381 सदस्यों का चयन किया जाएगा, जबकि म्यूनिसिपल काउंसिलों में 598 सदस्यों का चयन किया जाएगा। इस दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी ठोस इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर 3 अधिकारी तैनात होंगे, जबकि यदि वहां दो पोलिंग स्टेशन हों तो 2 अधिकारियों की तैनाती की जाएगी।

इन चुनावों को लेकर पंजाब की राजनीतिक स्थिति में गर्माहट पैदा हो गई है, और सभी दल अपनी रणनीतियों को मजबूत करने में जुटे हैं। देश के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण चुनावी अपक्षों में से एक होने के नाते, इन चुनावों के परिणाम से प्रदेश की राजनीतिक दिशा में बदलाव देखने को मिल सकता है।