जालंधर चुनाव तैयारियों की समीक्षा, सुरक्षा उपायों पर इलेक्शन ऑब्जर्वर की खास नजर!

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जालंधर में नगर निगम चुनावों की तैयारियों के दृष्टिगत पंजाब राज्य चुनाव आयोग ने आईएएस हरप्रीत सिंह सूदन को चुनाव ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। उन्होंने जालंधर के जिला प्रशासनिक कार्यालय में स्थानीय सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग की, जिसमें चुनाव से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस मीटिंग में जालंधर सिटी और देहात पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित थे और उन्होंने चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा एवं संरचना को लेकर आवश्यक विचार-विमर्श किया।

मीटिंग में चुनाव अधिकारी डॉ. हिमांशु अग्रवाल और ऑब्जर्वर सूदन ने यह सुनिश्चित किया कि मतदान प्रक्रिया का संचालन पूर्ण रूप से निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित रहे। दोनों अधिकारियों ने यह भी बताया कि सभी संबंधित निर्देशों और नियमों का कड़ाई से पालन होना चाहिए। इस दौरान, मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं, कर्मचारियों के प्रशिक्षण, डिस्पैच और संग्रह केंद्रों के साथ-साथ ईवीएम को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखने की प्रबंधों पर भी गहन चर्चा की गई।

डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने यहां तक कि स्वतंत्रता से चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि चुनाव के अंतर्गत सभी अवस्थाएं शांतिपूर्ण होंगी। ऑब्जर्वर सूदन ने भी जिला अधिकारियों की सराहना की, जिन्होंने नामांकन और जांच प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से पूरा करने का काम किया है। डीसी ने सभी चुनावी गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पीसीएस रैंक के अधिकारियों के साथ मजबूत तालमेल बनाए रखने की जानकारी साझा की।

उक्त बैठक में, अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि सभी चुनावी प्रक्रिया को ध्यान से संभाला जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोका जा सके। सहमति में, उन्होंने चुनावी संगठन में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बनाए रखने के उद्देश्य से उचित उपाय करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। इससे यह स्पष्ट हुआ कि जालंधर नगर निगम चुनाव के आयोजन को लेकर सभी संबंधित प्रतिनिधियों में गंभीरता और प्रतिबद्धता है।

इस तरह की बैठकें चुनावी महत्त्व को उभारने और सही तरीके से चुनाव संचालन के लिए आवश्यक कदम उठाने के संदर्भ में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। जालंधर में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनाव का माहौल शांतिपूर्ण बने और सभी नियमों का पालन किया जाए, ताकि मतदाता अपने मताधिकार का सही तरीके से उपयोग कर सकें। चुनावी प्रक्रिया की सफलता के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण और कठोर प्रयासों की आवश्यकता है, जिसे स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग दोनों मिलकर पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।