अमृतसर में दुर्ग्याणा तीर्थ के श्री बड़ा हनुमान मंदिर में चेयरमैन डॉ. राकेश शर्मा ने अपने जन्मदिन के खास अवसर पर एक भव्य हवन यज्ञ का आयोजन किया। इस धार्मिक समारोह में दुर्ग्याणा समिति के प्रधान प्रोफेसर लक्ष्मी कान्त चावला भी उनके साथ मौजूद रहे। डॉ. शर्मा की इस धार्मिक आस्था और समाज के प्रति योगदान को देखकर उपस्थित सभी लोगों में काफी श्रद्धा और जोश नजर आया।
इस विशेष अवसर पर प्रोफेसर लक्ष्मी कान्त चावला ने जन्मदिन मनाने के तरीके पर कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें अपने इस खास दिन को किसी धार्मिक स्थल पर मनाना चाहिए ताकि उसका महत्व और बढ़ जाए। चावला ने यह भी बताया कि हमें अपने जन्मदिन के जश्न में केवल केक काटने और मोमबत्ती जलाने की परंपरा से परहेज करना चाहिए। उनका कहना था कि सनातन धर्म में हम प्रकाश का संचार करते हैं, न कि उसे बुझाते हैं, इसीलिए यह आवश्यक है कि हम अपने उत्सवों में धार्मिकता का पालन करें।
इस हवन यज्ञ समारोह के दौरान डॉ. राकेश शर्मा के साथ मौजूद अन्य लोगों में राजेश कुमार बंटू, संजीव कुमार और सनी कुमार शामिल थे। सभी ने इस भक्ति भाव से सम्पन्न हवन में भाग लिया और भगवान हनुमान से अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। इस कार्यक्रम ने यहाँ उपस्थित लोगों में एकता और धार्मिक भावना का संचार किया।
आध्यात्मिकता और धार्मिकता का यह कार्यक्रम केवल व्यक्तिगत जश्न का समय नहीं था, बल्कि यह समाज में सकारात्मक संस्कारों को बढ़ावा देने का एक प्रयत्न था। डॉ. शर्मा और प्रोफेसर चावला ने सभी लोगों को एकत्रित होकर सामूहिक प्रार्थना करने का संदेश दिया, ताकि समाज में एकता और भाईचारे की भावना को जागरूक किया जा सके।
यह आयोजन न सिर्फ डॉ. राकेश शर्मा के जन्मदिन का प्रतीक था, बल्कि यह एक संदेश भी था कि हमें अपने त्यौहारों और खास दिनों को धार्मिक भावनाओं के साथ मनाना चाहिए। विशेषकर ऐसी जगह पर जहां हम अपने व्यक्तिगत लाभ के बजाय समाज और संस्कृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझ सकें। इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज में न केवल आध्यात्मिकता बढ़ती है, बल्कि प्रदूषण रहित और संघबद्ध वातावरण भी तैयार होता है।